Healthy Sleep: शरीर को हेल्दी रखने के लिए एक अच्छी नींद बहुत जरूरी होती है। खराब नींद सबसे पहले आपके दिल और दिमाग को प्रभावित करती है। एक नए अध्ययन से पता चलता है कि अनियमित नींद के कारण दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है । नींद स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसके खराब होने से अन्य बीमारियों का भी खतरा बढ़ सकता है। विशेषज्ञों ने बताया कि यूके बायो बैंक अध्ययन में भाग लेने वाले 40 से 79 वर्ष के 72,200 से अधिक लोगों के डेटा की जांच की, जिनमें से किसी को भी दिल के दौरे जैसी बड़ी हृदय संबंधी घटनाओं का कोई इतिहास नहीं था।
उन्होंने अपनी नींद को रिकॉर्ड करने के लिए सात दिनों तक एक गतिविधि ट्रैकर पहना। प्रत्येक को स्लीप रेग्युलैरिटी इंडेक्स स्कोर दिया गया, जिसमें अनियमित नींद के पैटर्न को दर्शाया गया, जैसे कि सोने के समय , जागने के समय, नींद की अवधि और रात के दौरान जागने में दिन-प्रतिदिन उसमें बदलाव देखा गया।
ये भी पढ़ें- शरीर को हाइड्रेटेड करने के लिए क्या सिर्फ पानी पीना है जरूरी?
महिलाओं और पुरुषों का मेंटल हेल्थ
अध्ययन में पाया गया कि मोटापे सहित दिल की बीमारी के जोखिम वाले कारकों वाले पुरुषों में 50 से 70 साल के एज में मेटल हेल्थ में गिरावट का सामना करना पड़ता है, जबकि इसी प्रकार से प्रभावित महिलाओं को अपने 60 से 70 साल के एज तक मस्तिष्क स्वास्थ्य में गिरावट का सामना करना पड़ता है।
नींद और हार्ट अटैक कैसे जुड़े हैं?
दिल का दौरा और नींद न आना एक दूसरे से सीधे जुड़े हुए हैं। खास कर के जो लोग रोज रात पांच घंटे या उससे कम सोते हैं, उन्हें छह, सात या आठ घंटे सोने वाले लोगों की तुलना में दिल का दौरा पड़ने का खतरा अधिक होता है।मायोकार्डियल इन्फार्क्शन, दिल के दौरे का दूसरा नाम, हार्ट की रक्त आपूर्ति में रुकावट के कारण होता है। हार्ट को पर्याप्त ऑक्सीजन न मिलने से होने वाले नुकसान के कारण दिल का दौरे का खतरा बढ़ सकता है।
ये भी पढ़ें- कोलन कैंसर की पहली स्टेज के शुरुआती संकेत क्या?
Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।