Garlic Benefits: सर्दियों में लहसुन का सेवन करने से एक नहीं शरीर को कई फायदे मिलते हैं। इसमें विटामिन सी, बी 6, मैंगनीज और सल्फर जैसे जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो आपको कई गंभीर बीमारियों से दूर रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी माइक्रोबियल गुण भी मौजूद होते है। ऐसे में कच्चा लहसुन खाने से शरीर को फायदे और नुकसान दोनों ही होते हैं। इसका सेवन करते हुए ये ध्यान रखें कि आप इसे सही तरीके से लें, ताकि ये आपके शरीर के लिए फायदेमंद साबित हो सके। आइए जानते हैं इसे खाने का तरीका और इसके फायदे….
लहसुन खाने का सही तरीका
रोज सुबह खाली दो कली लहसुन को चबाकर खा सकते हैं, लेकिन कई लोगों को इसका स्वाद पसंद नहीं आता है इसके लिए आप लहसुन को दरदरा कूट लें। उसके बाद इसे आप सीधे निगल लें। निगलने के बाद एक गिलास गुनगुना पानी पी लें, जो आपके मुंह के टेस्ट को खराब नहीं होने देगा। इसे खाने से पहले कुछ देर काटकर छोड़ दें। साथ ही ये भी ध्यान रखें कि इसे खाने के 30 मिनट तक कुछ भी न खाएं तभी इसे खाने का फायदे आपको मिल सकेगा।
लहसुन खाने के फायदे
ब्लड प्रेशर रहता है कंट्रोल- जब लगातार लहसुन का सेवन करते हैं शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड बनते हैं। जो ब्लड वेसल्स को सही रखता है, इससे खून का दबाव कम होता है और बीपी कंट्रोल में रहता है। अगर 3 महीने तक लगातार लहसुन खाते हैं, तो आपका बीपी कम हो सकता है।
इम्यून सिस्टम होता हे मजबूत- लहसुन में एलिसिन नामक एक कंपाउंड होता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता है। ये कंपाउंड बैड बैक्टीरिया और वायरस से भी लड़ने मदद करता है।
हार्ट रहता है हेल्दी- लहसुन कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कंट्रोल करता है, जो हार्ट से जुड़ी बीमारियों को कम करने में मदद कर सकता है। इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है।
ब्लड शुगर रहता है कंट्रोल- लहसुन में पाए जाने वाले कंपाउंड्स ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। इससे टाइप-2 डायबिटीज का खतरा कम होता है।
कैंसर से कर सकता है बचाव- लहसुन में पाए जाने वाले कंपाउंड्स कैंसर सेल्स के विकास को रोकने में मदद कर सकते हैं। इसके एंटीऑक्सीडेंट्स फ्री रेडिकल्स को कम करने में मदद करते हैं, जिससे कैंसर का खतरा कम हो सकता है।
इन बातों का रखें ध्यान
जो लोग पित्त और एसिडिटी परेशान हैं या फिर ब्लड थिनर दवा लेते हैं उन्हें लहसुन का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए। इसके अलावा गर्मी में भी उसका इस्तेमाल कम मात्रा में करना चाहिए, क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है।