Disadvantages Of Refined Oil: भोजन में कई तरह के तेलों का इस्तेमाल किया जाता है। ज्यादातर के घरों में बड़ी आसानी के साथ मिल जाने वाले रिफाइंड ऑयल का प्रयोग किया जाता है, क्योंकि यह बड़ी आसानी के साथ सभी दुकानों पर मिल जाते हैं इस वजह से इनका प्रचलन काफी तेजी के साथ बढ़ता चला जा रहा है। लोग इसे इस्तेमाल करना भी काफी ज्यादा पंसद करते है। अगर आप भी रिफाइंड ऑयल का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो आपको तुरंत बंद करना चाहिए क्योंकि इससे कई तरह की जानलेवा बीमारी होने का खतरा रहता है। इनकी वजह से कई तरह की बीमारिया शरीर को घेर लेती है। आज हम इस विषय पर बात करते हुए, एक्सपर्ट से यह जानेंगे कि इसका इस्तेमाल करने से किन बीमारिया का सामना करना पड़ता है।
रिफाइंड ऑयल का आंख, दिल और दिमाग पर हानिकारक प्रभाव
रिफाइंड ऑयल का लगातार इस्तेमाल करने से सेहत को काफी ज्यादा नुकसान हो जाता है। इसका यूज करने से शरीर में फैटी एसिड की कमी हो जाती है। रोजाना इसका सेवन करने से आपको छोटी उम्र में जोड़ों और कमर में दर्द की समस्या हो सकती है। इतना ही नहीं इसकी वजह से आप में आंख, दिल और दिमाग से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है। इसलिए इसका ज्यादा सेवन करने से बचना चाहिए। रिफाइंड ऑयल में ट्रांस-फैटी एसिड, रसायन और कैंसरकारक तत्व भी होते हैं।
रिफाइंड ऑयल कैंसर को बढ़ता है
रिफाइंड तेल कई अलग-अलग सीड्स से बनता है। इसलिए सभी तेलों की अलग-अलग खूबियां होती हैं। रिफाइंड तेल पॉली अनसैचुरेटेड फैटी एसिड्स से लैस होते हैं, जो इंफ्लामेशन के लिए जिम्मेदार होते हैं। इनका सेवन सेहत के लिए इतना खराब है की इसका असर दिमाग पर भी पड़ता है। इससे कैंसर होने का भी खतरा बढ़ता है। इसलिए इसका सेवन करने से बचना चाहिए।
रिफाइंड ऑयल कमर और जोड़ों के दर्द में हानिकारक प्रभाव
शुद्ध तेल को रिफाइंड तेल बनाते समय कच्चे तेल में मौजूद प्रोटीन के तत्वों को रिफाइनिंग कर दिया जाता है। जिनसे उनके सभी फासदेमंद तत्व खत्म हो जाते हैं। जिनके कारण कमर और जोड़ों में दर्द में काफी परेशानियां होती है और स्किन संबंधी परेशानी भी बढ़ जाती है। इसको लंबे समय तक रखने के लिए इसे रासायनिक तरीके से तैयार किया जाता है और इसे तैयार करने की विधि ही हमारी सेहत को हानि पहुंचाती है।