Know Which Things Not Eat In Breakfast: भारतीय घरों में अगर सुबह के नाश्ते की बात करें तो पराठे, पोहे या उपमा जैसी चीजों को शामिल किया जाता है। इसके साथ कुछ लोग दही, दूध, छाछ या जूस भी लेते हैं। लेकिन नाश्ते में क्या खाना चाहिए और क्या खाना नहीं इसकी जानकारी बहुत ही कम लोगों को होती है। अगर नाश्ते करने में एक हेल्दी हेल्थ को फॉलो करना है, तो उपमा, नमकीन दलिया, घी लगी रोटी शामिल करेंगे तो ज्यादा फायदेमंद होगा, लेकिन हम आज बात करने जा रहे है कि हमें नाश्ते में क्या नहीं खाना चाहिए, तो चलिए बिना समय को गवांए जानकारी को शुरू करते हैं।
खट्टे फलों के बारें में जानकारी
नाश्ते में ज्यादातर लोग फ्रू ट्स खाते है, लेकिन किन फ्रूट्स को सुबह नहीं खाना चाहिए। इसके बारें में बात करते है, सिट्रस फ्रूट्स (खट्टे फल) को नहीं खाना चाहिए। इसमें एसिडिक नेचर होता है, जो गैस की समस्या को बढ़ता है। खट्टे फलों में एनाफिलेक्सिस (एलर्जी) होता है, जिससे काफी शारिरीक परेशानियां होती है। खट्टे फलों के जूस का साइट्रिक एसिड त्वचा, मुंह और पेट में जलन पैदा करता है।
दही खाने से होने वाले प्रॉब्लम
सुबह -सुबह नाश्ते में दही खाने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आयुर्वेद के मुताबिक, दही का सेवन कफ और शरीर में सूजन को बढ़ाता है। खाली पेट दही खाने से बलगम की प्रॉब्लम होती है। इसमें प्रोटीन और विटामिन बी12 भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर के लिए काफी अच्छा माना गया है।
प्रोसेस्ड फूड खाने के नुकसान
प्रोसेस्ड फूड का मतलब आटा ब्रेड, नॉन फैट मिल्क, भुने हुए नट्स बीज, फल और सब्जियां है। इनका डेली ब्रेकफास्ट में यूज करने से काफी बीमारियां हो जाती है। प्रोसेस्ड फूड में कार्बोहाइड्रेट काफी मात्रा में होते हैं। जिनकी वजह से ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ जाता है। इसमें अत्यधिक मात्रा में शुगर होती है और कई प्रोसेस्ड फूड में हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप होता है। अकेले रहने वाले लोग ज्यादातर प्रोसेस्ड फूड का इस्तेमाल करते है, जो उन्हें जल्द ही बीमार कर देता है।
व्हाइट ब्रेड खाने से होने वाली प्रॉब्लम
ब्रेकफास्ट में सबसे ज्यादा व्हाइट ब्रेड का यूज किया जाता है, लेकिन ब्रेड में एमाइलोपेक्टिन ए होता है, जो शुगर लेवल को बढ़ाता है। इसे रोजाना खाने से डायबिटीज, गुर्दे की पथरी और दिल की बीमारी भी हो सकती है। इसे खाने से शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है और दिल की बीमारी का खतरा बढ़ता है।