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कौन हैं कमला परसाद बिसेसर? जिनका भारत से बेहद खास कनेक्शन, 2 बार बन चुकीं त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री

PM Kamla Persad Bissessar Profile: प्रधामनंत्री मोदी जिस कैरेबियन देश त्रिनिदाद और टोबैगो की यात्रा पर हैं, उसकी प्रधानमंत्री कमला का भारत से बेहद खास कनेक्शन है। उनके पूर्वजों की जड़ें बिहार और चेन्नई से जुड़ी हैं और इन जड़ों से अपने जुड़ाव को महसूस करने के लिए वे भारत की यात्रा भी कर चुकी हैं।

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : Khushbu Goyal Updated: Jul 3, 2025 13:41
Kamla Persad Bissessar | Trinidad And Tobago | PM Modi
Kamla Persad Bissessar

Who is Kamla Persad Bissessar: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैरेबियन देश त्रिनिदाद और टोबैगो की 2 दिवसीय यात्रा पर हैं। उनकी इस यात्रा के दौरान कैरेबियन देश की प्रधानमंत्री कमला सुशीला परसाद बिसेसर चर्चा में हैं, क्योंकि वे भारतीय मूल की हैं। उनका भारत से बेहद खास कनेक्शन से है। उनका कनेक्शन बिहार के बक्सर जिले के भेलूपुर गांव से बताया जा रहा है। वे इस गांव की बेटी बताई जा रही हैं। साल 2012 में जब कमला प्रधानमंत्री थीं, तब वे भारत दौरे पर आई थीं तो अपने पूर्वजों की जन्मस्थली भेलूपुर गांव में भी गई थीं। उनकी इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य ही परदादा के गांव में जाना था। आइए उनके बारे में विस्तार से जानते हैं…

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भारत से ये है कनेक्शन

कमला परसाद बिसेसर ब्राह्मण हिंदू भारतीय परिवार की बेटी हैं। उनके पूर्वज बिहार के बक्सर जिले के भेलपुर गांव के निवासी थे, जो 1880 के दशक में त्रिनिदाद और टोबैगो चले गए थे। उन्हें अंग्रेजों के राज में मजदूरी करने के लिए वहां भेजा गया था। उनके दादा का नाम चोरंजी परसाद और दादी का नाम सूमिन्त्रा परसाद था। उनके नाना का नाम रामप्रीत और नानी का नाम रूकमिन था। उनके दादा-दादी बिहार निवासी थे और नानी-नानी चेन्नई निवासी थे।

उनकी परनानी का नाम सुमारिया और परनाना का नाम सीपरसाद था। यह दोनों चेन्नई के निवासी थे और मद्रास बंदरगाह से जहाज में बैठकर त्रिनिदाद और टोबैगो गए थे। उनके परदादा का नाम पंडित राम लखन मिश्रा और परदादी का नाम गंगा मिश्रा था, जो बिहार के रहने वाले थे। मजदूरी के लिए पंडित राम लखन और गंगा मिश्रा त्रिनिदाद और टोबैगो चले गए थे और वहां दक्षिणी त्रिनिदाद के पेनल शहर में बूडू ट्रेस गांव में बस गए थे।

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कमला का जन्म दक्षिणी त्रिनिदाद के ही गांव सिपरिया में हुआ था। उनके पिता का नाम लिलराज और माता का नाम रीता परसाद था। पिता मुनीम थे, जो टेक्साको के अकाउंटिंग डिपार्टमेंट में काम करते थे। उनकी मां रीता कोको के खेतों में मजदूर करती थी। कमला का एक भाई और 3 बहनें थीं। उनके भाई और सबसे बड़ी बहन की मौत हो चुकी है। उनकी 2 बहनें, इंग्लैंड और न्यूयॉर्क में रहती हैं।

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कमला परसाद का राजनीतिक करियर

कमला परसाद बिसेसर एडवोकेट, पॉलिटिशियन औरट टीचर हैं। वे त्रिनिदाद और टोबैगो की छठीं और पहली महिला प्रधानमंत्री हैं। वे पहले साल 2010 से 2015 तक देश की प्रधानमंत्री रहीं और अब मई 2025 में दूसरी बार देश की प्रधानमंत्री चुनी गईं। कमला यूनाइटेड नेशनल कांग्रेस (UNC) की नेता हैं। 3 बार साल 2006 से 2007 तक, 2010 में और साल 2015 से 2025 तक विपक्ष की नेता रह चुकी हैं।

वे देश की पहली महिला एटॉर्नी जनरल होने के साथ-साथ कार्यवाहक प्रधानमंत्री भी रह चुकी हैं। राष्ट्रमंडल देशों की अध्यक्ष भी कमला प्रसार रही हैं। कमला ने वेस्टइंडीज यूनिवर्सिटी से BA, LLB और बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स डिग्री की है। उनके पति का नाम डॉ. ग्रेगरी बिसेसर है और उनका एक बेटा भी है। साल 2011 में कमला परसाद बिसेसर को टाइम मैग्जीन ने दुनियाभर में 13वीं सबसे प्रभावशाली महिला नेता नामित किया था।

First published on: Jul 03, 2025 01:24 PM

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