Bengal Panchayat Election: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने सोमवार को पंचायत चुनावों में चल रही हिंसा की आलोचना की। राज्यपाल ने कहा कि हिंसा को हत्या, धमकी और बाहुबल दिखाने की राजनीति के रूप में देखा जा सकता है। बता दें कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस उन विभिन्न स्थानों का दौरा कर रहे हैं जहां पहले राज्य में हिंसा भड़की थी।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र के मेरे दौरे ने मुझे आश्वस्त किया है कि पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में हिंसा है। राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा कि मैं हिंसा के विभिन्न स्थानों का दौरा किसी दोष-खोज मिशन के हिस्से के रूप में नहीं बल्कि तथ्य-खोज मिशन के रूप में कर रहा हूं।
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टीएमसी ने राज्यपाल पर लगाए ये आरोप, SEC को लिखी चिट्ठी
पश्चिम बंगाल में 8 जुलाई को होने वाले पंचायत चुनावों से पहले, तृणमूल कांग्रेस ने सोमवार को राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) को पत्र लिखा है। पत्र में पार्टी की ओर से राज्यपाल सीवी आनंद बोस के खिलाफ आरोप लगाया गया है कि वे चुनाव प्रक्रिया में बाधा डाल रहे हैं।
पत्र में कहा गया है कि माननीय राज्यपाल राज्य की सुविधाओं जैसे गेस्ट हाउस/सर्किट हाउस और परिवहन सुविधाओं का उपयोग करके भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे हैं और ऐसा करना पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव अधिनियम की आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।
पीड़ित परिवार के राज्यपाल ने फोन पर की बात
इससे पहले रविवार को राज्यपाल आनंद बोस ने तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता जियारुल मोल्ला के परिवार से टेलीफोन पर बातचीत की, जिनकी शनिवार को बसंती में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। राजभवन से जारी एक वीडियो में दिखाया गया है कि कूचबिहार से वापस जा रहे राज्यपाल ने शोक संतप्त परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
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टीएमसी कार्यकर्ता को बसंती पुलिस स्टेशन में सड़क के किनारे सिर पर गोली लगी हालत में पड़ा हुआ पाया गया था। घटना शनिवार की रात बासंती थाना क्षेत्र के फुलमालंच ग्राम पंचायत क्षेत्र में घटी थी। इससे पहले रविवार को राज्यपाल बोस दिनहाटा में हिंसा में घायलों से मिलने के लिए कूचबिहार के एक निजी अस्पताल गए। राज्यपाल ने कूचबिहार के पुलिस अधीक्षक और जिला मजिस्ट्रेट से भी बात की।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों के लिए नामांकन दाखिल करने के आसपास और उसके बाद हिंसा की कई घटनाएं देखी गई हैं, जिसमें बीरभूम जिले के अहमदपुर में एक ब्लॉक विकास कार्यालय (बीडीओ) पर कथित तौर पर देशी बम फेंके जाने की घटना भी शामिल है। मालदा जिले में भी एक टीएमसी कार्यकर्ता की कथित तौर पर पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। पंचायत चुनाव के लिए 8 जुलाई को एक ही चरण में बंगाल में वोट डाले जाएंगे, वोटों की गिनती 11 जुलाई को होगी।
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