Opposition vs NDA: आम चुनावों में एक साल से भी कम समय बचा है। सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और विपक्षी दल अब 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप देने में जुट गए हैं। मिशन 2024 के लिए एनडीए और संयुक्त विपक्ष लगभग अपना-अपना आखिरी दांव लगा रहे हैं। बेंगलुरु में आज से दो दिवसीय संयुक्त विपक्ष की बैठक हो रही है तो वहीं दिल्ली में कल यानी मंगलवार को एनडीए की बैठक होगी।
विपक्षी दल एकता बनाने और भाजपा के खिलाफ संयुक्त मोर्चा पेश करने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं एनडीए ने भी शक्ति प्रदर्शन के लिए दिल्ली में एक बैठक की घोषणा की है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा 18 जुलाई को नई दिल्ली में एनडीए की बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जबकि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे आज और कल होने वाली बैठक में मौजूद हैं।
बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक
2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की रणनीति तैयार करने के लिए 26 विपक्षी दलों के शीर्ष नेताओं के सोमवार से बेंगलुरु में दो दिवसीय विचार-मंथन सत्र में भाग लेने की संभावना है। आठ से 10 दल जो पटना में पहली विपक्षी बैठक का हिस्सा नहीं थे, वे बेंगलुरु में हो रही बैठक में शामिल होंगे।
इन दलों में मरुमलारची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एमडीएमके), कोंगु देसा मक्कल काची (केडीएमके), विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी), ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल), केरल कांग्रेस (जोसेफ) और केरल कांग्रेस (मणि) शामिल हैं।
एक महीने में विपक्षी दलों की यह दूसरी बैठक है। विपक्षी एकता का पहला प्रयास पिछले महीने किया गया था जब बिहार के मुख्यमंत्री ने 23 जून को पटना में एक बैठक बुलाई थी। इस बार बैठक में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के भी शामिल होने की संभावना है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी, एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार, टीएमसी सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू नेता नीतीश कुमार, डीएमके नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, जेएमएम नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, आम आदमी पार्टी के चीफ अरविंद केजरीवाल, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के विपक्षी दलों की दूसरी बैठक में शामिल होने की संभावना है।
पटना बैठक में विपक्षी दलों के छह मुख्यमंत्रियों-ममता बनर्जी (पश्चिम बंगाल), अरविंद केजरीवाल (दिल्ली), भगवंत मान (पंजाब), हेमंत सोरेन (झारखंड), एम.के. स्टालिन (तमिलनाडु) और नीतीश (बिहार) की मौजूदगी में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, शरद पवार, उद्धव ठाकरे, लालू यादव, अखिलेश यादव, सीताराम येचुरी, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और अन्य एकजुटता का संकल्प लेने के लिए हाथ मिलाया था।
दिल्ली में एनडीए की बैठक
विपक्षी दलों के एकजुट होने की योजना के साथ, भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने भी 18 जुलाई को एक बैठक बुलाई है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान सहित कई नए सहयोगी और कुछ पूर्व सहयोगी एनडीए की बैठक में शामिल हो सकते हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सत्तारूढ़ दल सहित विभिन्न राजनीतिक नेताओं से संपर्क किया है। बिहार से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के उपेंद्र सिंह कुशवाहा और विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश सहनी को बैठक में शामिल होने का निमंत्रण मिला है।
रविवार को सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल हुए ओबीसी नेता ओम प्रकाश राजभर के भी 18 जुलाई को एनडीए की बैठक में शामिल होने की उम्मीद है। नड्डा ने क्षेत्रीय पार्टी को एनडीए का एक प्रमुख घटक और गरीबों के विकास और कल्याण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के प्रयासों में एक प्रमुख भागीदार बताया।
इसके अलावा, एनडीए के कई सहयोगियों को मंगलवार की बैठक के लिए निमंत्रण मिला है, जिनमें मेघालय के मुख्यमंत्री और नेशनल पीपुल्स पार्टी के प्रमुख कॉनराड संगमा, नागालैंड के मुख्यमंत्री और नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी के प्रमुख नेफ्यू रियो, केंद्रीय मंत्री अपना दल (सोनेलाल) की अनुप्रिया पटेल, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के रामदास अठावले, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता अजीत पवार और जन सेना पार्टी (जेएसपी) के पवन कल्याण शामिल हैं।