Multi-drug-resistant TB: इंडिया में टीबी के मरीजों के लिए राहत भरी खबर है, ऐसा कहा जा रहा है कि 2025 से इन मरीजों की रिकवरी रेट इम्प्रूव होगी। दरअसल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यहां टीबी की रोकथाम और बेहतर इलाज के लिए नए और छोटे उपचार की शुरुआत को मंजूरी दी है।
जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य मंत्रालय ने टीबी के मरीजों के लिए अब मोक्सीफ्लोक्सासिन, प्रीटोमैनिड, बेडाक्विलिन और लाइनजोलिड दवाओं के इस्तेमाल की अनुमति दी है। बता दें भारत सरकार का 2025 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य है। सरकार के इस नए फैसले से देश में इस अभियान को बल मिलेगा।
Union Health Ministry approves introduction of new shorter and more efficacious treatment regimen for drug-resistant #TB in India
---विज्ञापन---BPaLM regimen consisting of four-drug combination – Bedaquiline, Pretomanid, Linezolid and Moxifloxacin, has been proven to be safe,…
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) September 6, 2024
देश में फिलहाल 75000 दवा प्रतिरोधी टीबी मरीज
सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश में फिलहाल 75000 दवा प्रतिरोधी टीबी मरीज हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत बहु-दवा प्रतिरोधी तपेदिक (एमडीआर-टीबी) के खिलाफ इन नई और प्रभावी उपचार पद्धति बीपीएएलएम को मंजूरी दी है।
टीबी के मरीजों को अब 6 महीने में मिलेगा इलाज
जानकारी के अनुसार अभी तक इंडिया में टीबी के मरीजों का पूरा कोर्स करीब 20 महीने का होता है। जबकि अब नई पद्वति से इस कोर्स की अवधि 6 महीने ही होगी। चार नई एंटी-टीबी दवाओं से टीबी के मरीज का जल्द इलाज करने में मदद मिलेगी। केंद्र सरकार के अनुसार जिन नई दावाओं को इलाज में शामिल किया गया है उन सभी को केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) से अनुमति मिली हुई है।
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