नई दिल्ली: दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय फिर से चर्चा में है। JNU के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज में जातिसूचक टिप्पणी लिखने के बाद हंगामा मचा हुआ है। ये विवाद सोशल मीडिया से होते हुआ टीवी डिबेट तक पहुंच गया है। सभी अपनी-अपनी सहुलियत के हिसाब से इसे सही और गलत बताने में लगे हैं। इस बीच अब यूनिवर्सिटी की मेन गेट पर हिंदू रक्षा दल ने ‘कम्युनिस्टों भारत छोड़ो’ के नारे लिख दिए हैं।
JNU के दीवारों पर नारों का भरमार
यूनिवर्सिटी के अंदर दीवारों पर ब्राह्मण, बनिया विरोधी नारे लिखे मिलने के एक दिन बाद हिन्दू रक्षा दल के कार्यकर्ता जेएनयू कैंपस मेन गेट पहुंचे, जहां पर उन्होंने गेट के पास वाले दीवार पर स्प्रे पेंट से कम्युनिस्टों भारत छोड़ो- जिहादियों भारत छोड़ो के नारे लिखे। दल के अध्यक्ष पिंकी चौधरी ने कहा कि वे लोग हमारे खिलाफ नारे लिखकर छिप गए थे, लेकिन हम डटकर खड़े हैं। जिसमें हिम्मत हो, हमसे आकर बात करें। हम लिखने वालों के बारे में पता कर रहे हैं।
हिन्दू रक्षा दल ने आरोप लगाया कि नारे लेफ्ट के इशारे पर लिखे गए हैं। इनके हाथी जैसे दांत हैं, खाने के कुछ और दिखाने के कुछ और। ये गतिविधियां देशविरोधी हैं, भारत विरोधी गतिविधियां करने वाले लोग भारत छोड़ें।
दीवारों पर ब्राह्मण विरोधी नारे लिखे गए
बता दें कि 30 सितंबर को यूनिवर्सिटी की दीवारों पर लाल रंग से नारे लिखे गए थे- ब्राह्मणों कैंपस छोड़ो; ब्राह्मणों-बनियों हम तुम्हारे लिए आ रहे हैं, तुम्हें बख्शा नहीं जाएगा; शाखा लौट जाओ। धमकियों भरे ये नारे किसने लिखे थे अब तक पता नहीं चल सका है। ये सारे लिखे हुए नारे सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। इस बीच जेएनयू की दीवारों पर जातिसूचक नारे लिखे जाने के बाद मचे बवाल को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन हरकत में आया है। जहां जेएनयू प्रशासन ने शुक्रवार को अपने सभी केंद्रों को सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्देश दिया। साथ ही जेएनयू प्रशासन ने एक परामर्श जारी कर कहा कि सभी स्कूल और केंद्रों में केवल एक ही प्रवेश और निकास बिंदु होगा।
JNU की VC शांतिश्री ने इस मामसे को गंभीरता से लिया है। नोटिस जारी करते हुए कहा गया है कि JNU में ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा क्यों यूनिवर्सिटी सबकी है।