Elon Musk Tesla: एलन मस्क अपने बयानों और कदमों के कारण हमेशा चर्चा में रहते हैं। पिछले सप्ताह टेस्ला ने चार्जिंग कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था। इसके बाद उनके फैसले को लेकर बाजार में कई विशेषज्ञों ने सवाल भी उठाए। इस बीच उनकी कंपनी टेस्ला में काम कर चुकी एक भारतीय युवती ने अपने अनुभव सोशल मीडिया पर साझा किए है। विज्ञापन एजेंसी हाउस ऑफ क्रिएटर्स के कर्मचारी जतिन सैनी ने लिंक्डइन पर अपनी बहन की कहानी शेयर की।
युवती के भाई की ओर से शेयर की गई पोस्ट में लिखा है कि उसने अपने जीवन के 7 साल टेस्ला को समर्पित कर दिए थे लेकिन पिछले शुक्रवार को कंपनी ने उसे नौकरी से निकाल दिया। जैसे ही उसे यह खबर मिली उसके पांवों के नीचे से जमीन खिसक गई। नौकरी जाने से ज्यादा कष्टदायक उसे कंपनी का वह मेल लगा जिसमें उसे नौकरी से निकाले जाने की बात लिखी गई थी। जानकारी के अनुसार उसे नहीं पता था कि उसे नौकरी से निकाल दिया गया उसे इस बात का पता तब चला वह ऑफिस पहुंची, लेकिन उसके एक्सेस कार्ड ने काम करना बंद कर दिया था। इसके बाद कंपनी का वह मेल पहुंचा जिसमें उसके नौकरी से निकाले जाने की सूचना थी।
नौकरी से निकाले जाने की प्रक्रिया गलत
जतिन सैनी ने इस पूरी प्रकिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह कंपनी की पारदर्शिता, सहानुभूति और विचार की कमी पर सवाल उठाते हैं। सैनी की बहन भी उन कर्मचारियों में से एक हैं जिन्हें हाल ही में नौकरी से निकाल दिया गया था। जिस दिन सैनी की बहन की नौकरी छूटी, उसी दिन उनकी टीम के 75 प्रतिशत लोगों को वहीं मेल प्राप्त हुआ।
गूगल समेत बड़ी कंपनियों में छंटनी का दौर
बता दें कि टेस्ला ने पिछले सप्ताह पूरी चार्जिंग टीम के अधिकारियों को नौकरी से निकाल दिया। इससे पहले कंपनी ने 15 अप्रैल को 15 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था। इसके साथ ही अन्य बड़ी कंपनियों की भी यही स्थिति है। इस महीने की शुरुआत में गूगल ने भी अपनी कोर टीम में बदलाव करते हुए 200 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था। वहीं कुछ लोगों का ट्रांसफर इंडिया और मेक्सिको जैसे देशों में कर दिया था।
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