Priyanka Gandhi: कांग्रेस लीडर प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने बतौर सांसद आज 13 दिसंबर को लोकसभा में कई मुद्दे उठाए। अपनी पहली स्पीच में प्रियंका ने आगरा के अरुण वाल्मीकि का भी जिक्र किया। उन्होंने महिलाओं, दलितों और अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ते अपराध के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधा। प्रियंका गांधी पहली बार संसद पहुंची हैं। पिछले महीने केरल की वायनाड सीट पर हुए उपचुनाव में उन्होंने जीत हासिल की थी।
2021 की थी घटना
प्रियंका गांधी ने आगरा के जिन अरुण वाल्मीकि का जिक्र किया, उनकी पुलिस हिरासत में मौत हुई थी। साल 2021 में इस मामले ने काफी तूल पकड़ा था। प्रियंका 21 अक्टूबर, 2021 को पीड़ित परिवार से मिलने के लिए आगरा गई थीं। इससे पहले उनकी पुलिस के साथ नोकझोंक भी हुई थी। पुलिस कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए उन्हें आगरा जाने से रोक रही थी, लेकिन बाद में उन्हें इसकी अनुमति दे दी गई।
क्या था पूरा मामला?
अरुण वाल्मीकि पेशे से सफाईकर्मी थे और आगरा के जगदीशपुरा थाने में मालखाने (जहां पुलिस जब्त किया सामान रखती है) में काम किया करते थे। 17 अक्टूबर को यहां से 25 लाख रुपए चोरी हो गए, जिसका आरोप अरुण पर लगा। इसके बाद पुलिस ने अरुण को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने अपने बयान में कहा था कि अरुण की तबीयत अचानक खराब हो गई, उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जबकि पीड़ित परिवार ने हिरासत में मारपीट का आरोप लगाया था।
भूली नहीं हैं वो घटना
पुलिस हिरासत में मौत के इस मामले को लेकर काफी बवाल मचा। पुलिस पर परिवार के अन्य सदस्यों से भी मारपीट का आरोप लगा। प्रियंका रात 11 बजे पीड़ित परिवार से मिलने पहुंची थीं। बतौर सांसद अपनी पहली स्पीच में उन्होंने अरुण वाल्मीकि का जिक्र करके यह जताने का प्रयास किया है कि वह उस घटना को अब तक भूली नहीं हैं।
इस तरह पहुंचीं संसद
प्रियंका गांधी के लोकसभा पहुंचने का रास्ता राहुल गांधी द्वारा वायनाड सीट से इस्तीफा देने के चलते खुला। दरअसल, राहुल को लोकसभा चुनाव में रायबरेली और वायनाड दोनों सीटों से जीत मिली थी। नियम अनुसार उन्हें एक सीट से इस्तीफ़ा देना था। उनके वायनाड से इस्तीफा देने के बाद यहां उपचुनाव कराए गए, जिसमें प्रियंका गांधी ने जीत हासिल की। उन्हें कुल 4 लाख वोट मिले थे।