PM Modi Slams TMC: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने ममता बनर्जी की नेतृत्व वाली पार्टी की आलोचना करते हुए कहा कि TMC ने पंचायत चुनावों के दौरान खूनी खेल खेला है। पीएम मोदी आज पश्चिम बंगाल में क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने TMC पर मतदाताओं को धमकी देने और उनके जीवन को नरक बनाने का भी आरोप लगाया। पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे लोग जो खुद को लोकतंत्र के चैंपियन के रूप में बताते हैं, वे ही EVM से छुटकारा पाने की साजिश रचते हैं।
#WATCH | PM Modi alleges TMC of threatening BJP candidates and booth capturing during West Bengal Panchayat polls
"They do anything required to ensure that no BJP candidate can file nomination..they not only threaten BJP workers but also the voters. Contracts are given out to… pic.twitter.com/9yhGFfjWHA
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) August 12, 2023
पीएम मोदी ने कहा कि TMC ने गुंडों को सुपारी दी थी और उनसे वोटिंग वाले दिन बूथ पर कब्जा करने को कहा था। TMC काम पूरा करने के लिए घातक हमलों को अपने साधन के रूप में इस्तेमाल कर रही है। पश्चिम बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं से उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के सदस्य बिना अहंकार के काम करते हैं और लोगों का दिल जीत रहे हैं।
अविश्वास प्रस्ताव को लेकर लेकर भी विपक्षी दलों पर साधा निशाना
मणिपुर को लेकर संसद में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर भी पीएम मोदी ने निशाना साधा। विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष मणिपुर पर चर्चा नहीं चाहता है, इसलिए वे (विपक्ष) लोकसभा में बिना किसी तर्क के कुछ भी बोल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने संसद में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को हराया। विपक्षी सदस्य बीच में ही सदन से निकल गए, ये उनकी उस सच्चाई को बयां करती है कि वे अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से डर रहे थे। उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर जीत के जरिए सरकार ने देश में नकारात्मकता फैलाने वाले विपक्ष को करारा जवाब दिया है।
स्थानीय निकाय चुनावों में टीएमसी को मिली थी जीत
बता दें कि 8 जुलाई को बंगाल में हुए स्थानीय निकाय के चुनावों में भारी जीत हासिल की थी। पार्टी ने बंगाल की सभी 20 जिला परिषदों पर जीत हासिल की थी। इसके अलावा करीब 80 प्रतिशत यानी 3,317 में से 2,641 ग्राम पंचायत और 92 प्रतिशत यानी 341 में से 313 पंचायत समिति सीटों पर जीत दर्ज की थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव से पहले चुनाव संबंधी हिंसा में कुल 40 लोग मारे गए। सिर्फ मतदान वाले दिन यानी 8 जुलाई को 21 लोगों की मौत हुई थी।