संसद का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को खत्म हो गया. इसके बाद लोकसभा स्पीकर ने सभी दलों के लिए चाय पार्टी आयोजित की. संसद का हर सत्र खत्म होने के बाद स्पीकर की ओर से सभी दलों के नेताओं को चाय पर बुलाया जाता है. इस बार की चाय पार्टी में चारों तरफ मुस्कुराहट, चुटकुले और एक-दूसरे के प्रति सम्मान का दिखा. इसमें पीएम नरेंद्र मोदी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कई दिग्गज नेता शामिल हुए थे. पार्टी का माहौल पिछले तीन हफ्ते सदन में दिख रही कड़वाहट से बिल्कुल अलग था. VB-G RAM G बिल को लेकर सरकार और विपक्ष में तीखी नोकझोंक देखने को मिली.
पिछली बार कांग्रेस ने किया था बॉयकॉट
विपक्ष ने संसद के जुलाई-अगस्त वाले सत्र के बाद चाय पार्टी का बॉयकॉट किया था. लेकिन इस बार कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने फैसला किया कि पार्टी प्रतिनिधियों को इसमें शामिल होना चाहिए. फिर इसके लिए कांग्रेस प्रियंका गांधी, कुमारी शैलजा और मणिक्कम टैगोर को भेजने का फैसला किया गया.
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PM ने वायनाड की ‘नीली हल्दी’ के बारे में पूछा
इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से लिखा है, चाय पार्टी में पीएम मोदी ने प्रियंका गांधी से उनके निर्वाचन क्षेत्र वायनाड की ‘नीली हल्दी’ (Blue Turmeric) के औषधीय गुणों के बारे में पूछा. यह हल्दी गले के लिए फायदेमंद मानी जाती है. इस पर प्रियंका गांधी ने कहा कि वह अपनी भाई राहुल गांधी की सलाह पर इसका सेवन कर रही हैं और इससे उन्हें काफी फायदा हुआ है.
तमिल की एक लाइन, और हंस पड़े PM
साथ ही सूत्रों ने बताया कि बातचीत के दौरान प्रियंका गांधी ने पीएम के हालिया तीन देशों के विदेशी दौरे के बारे में भी पूछा. वहीं मोदी ने वायनाड के हालात के बारे में जानकारी ली. जब कांग्रेस व्हिप मणिक्कम टैगोर कमरे में आए, तो मोदी ने उनका स्वागत पारंपरिक तमिल अभिवादन ‘वणक्कम’ कहकर किया. यह सुनकर प्रियंका गांधी ने कहा कि तमिल एक क्लासिकल भाषा है लेकिन इसे सीखना कठिन है. उन्होंने मजाक में कहा कि उन्हें तमिल की एक लाइन पता है, लेकिन शायद पीएम उसे सुनना पसंद न करें. जब पीएम मोदी ने जोर दिया, तो प्रियंका गांधी ने तमिल भाषा का वह वाक्य बोला, जिसका मतलब था ‘आप सभी लोग कांग्रेस को वोट दें’. इतना सुनते ही पीएम मोदी खिलखिलाकर हंस पड़े. प्रियंका ने यह भी बताया कि वह अपने क्षेत्र के लोगों से बेहतर संवाद के लिए मलयालम सीखने की कोशिश कर रही हैं.
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ऐसे ही चलती रही हंसी-मजाक
साथ ही सूत्रों ने बताया कि प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी से यह भी कहा कि अगर विपक्ष द्वारा मांगी गई चर्चाओं की मंजूरी दे दी जाती तो सदन पहले दिन से ही सुचारू रूप से चलता. इस पर पीएम ने मजाकिया अंदाज में जवाब दिया कि हंगामे की वजह से ‘चिल्लाने वाले सांसदों’ की मौज रही. वहीं मौजूद एक केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सेशन की अवधि चार सप्ताह से घटाकर तीन सप्ताह इसलिए की गई ताकि विपक्षी सांसदों के गले पर ज्यादा जोर न पड़े.
स्पीकर की चाय पार्टी में एनसीपी की सुप्रिया सुले, डीएमके के ए. राजा, आरएसपी के एन.के. प्रेमचंद्रन और एलजेपी-आरवी के चिराग पासवान जैसे नेता भी शामिल हुए थे.










