Coimbatore Car Bomb Blast Case: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को कोयंबटूर बम विस्फोट मामले में छह आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। एनआईए ने मोहम्मद असरूथीन, मोहम्मद थलहा, फिरोज, मोहम्मद रियास, नवास और अफसर खान पर आईपीसी की कई धाराओं में आरोपी बनाया है।
बता दें कि 23 अक्टूबर 2022 को कोयबटूर के उक्कडम के इस्वरन कोविल स्ट्रीट पर स्थित अरुलमिगु कोट्टई संगमेश्वर थिरुकोविल मंदिर के सामने विस्फोट हुआ था। इस हमले में विस्फोट का कथित मुख्य हमलावर जमीशा मुबीन की मौत हो गई थी। वह आईएसआईएस की विचाराधारा से प्रेरित था। वह आईईडी से लैस गाड़ी को चला रहा था, तभी मंदिर के सामने धमाका हो गया था।
Mohammed Asarutheen, Mohammed Thalha, Firos, Mohammed Riyas, Navas and Afsar Khan have been charged under various sections of Indian Penal Code, sections 3, 4, 5 and 6 of Explosives Substances Act and sections 16, 18, 20, 38 and 39 of Unlawful Activities (Prevention) Act:…
— ANI (@ANI) April 20, 2023
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आईएसआईएस से प्रेरित थे हमलावर
एनआईए ने इस केस में 27 अक्टूबर 2022 को मामला दर्ज किया था। एनआईए के मुताबिक आरोपी जेमीशा मुबीन ने आईएसआईएस से ‘शपथ’ लेने के बाद एक आत्मघाती हमले को अंजाम देने की योजना बनाई थी। उसका इरादा लोगों में दहशत फैलाने का था। वह एक विशेष धार्मिक आस्था के प्रतीकों और स्मारकों को व्यापक नुकसान पहुंचाने की योजना बना रहा था।
श्रीलंका जैसा विस्फोट करना चाहते थे
एनआईए ने अपनी चार्जशीट में दावा किया है कि आरोपी मोहम्मद असरुथीन के पास से एक पेन ड्राइव मिली थी, जिसमें जेमीशा की वीडियो रिकॉर्डिंग थी, जिसमें उसने खुद की पहचान दौलत-ए-इस्लामिया के सदस्य के रूप में की थी। मुबीन ने ‘काफ़िरों’ (नास्तिकों) के खिलाफ आत्मघाती आतंकी हमला करने और शहीद होने के अपने इरादे पर विस्तार से बात की थी। मुबीन 21 अप्रैल, 2019 को श्रीलंका बम विस्फोट के मास्टरमाइंड मौलवी जहरान बिन हाशिम से प्रेरित था। इस बम धमाके में 260 से अधिक लोग मारे गए थे और वह इसी तरह के हमले करने की योजना केरल और तमिलनाडु में बना रहा था।
इस तरह दिया विस्फोट को अंजाम
एनआईए ने कहा कि थल्हा ने धमाके के लिए मारुति 800 नीले रंग की कार का इस्तेमाल किया था। जबकि फिरोज, रियास और नवास ने कार में विस्फोटक और गैस सिलेंडर लोड किए थे। मुबीन के दोनों चचेरे भाइयों असरुथीन और अफसर ने हमले में इस्तेमाल किए गए आईईडी के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले रासायनिक घटकों को खरीदा, तोला, मिलाया और पैक किया था।
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