Chandrayaan-3 Mission: भारत का तीसरा चंद्रमा मिशन चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3 Mission) आज दोपहर 2.35 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च होगा। इसका मिशन का नेतृत्व ‘रॉकेट वुमेन’ रितु करिधल श्रीवास्तव कर रही हैं। रितु करिधल लखनऊ से पढ़ी हुई हैं।
रितु करिधल श्रीवास्तव के जीवन से जुड़ी 5 अहम बातें
1. महिला आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के अनुसार रितु करिधल श्रीवास्तव भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में वरिष्ठ वैज्ञानिक के पद पर तैनात हैं। उन्होंने मंगल ऑर्बिटर मिशन को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
2. रितु करिधल ने वर्ष 1996 में लखनऊ विश्वविद्यालय से भौतिकी में एमएससी और फिर बंगलुरु में भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) से एमटेक की पढ़ाई की। लखनऊ विश्वविद्यालय में उनके शिक्षक और गुरु कहते हैं कि वह बहुत प्रतिभाशाली छात्रा थीं।
3. रितु करिधल का बचपन से अंतिरक्ष के बारे में जानने और खोज करने सपना था। स्कूल के दिनों में इसरो या अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की किसी भी गतिविधि से संबंधित आर्टिकल या खबर को रितु इकट्ठा करती थीं। यह उनका शौक भी था।
4. महिला आर्थिक मंच के अनुसार, वह नवंबर, 1997 में इसरो में शामिल हुई थीं। उन्होंने इसरो के कई प्रतिष्ठित मिशनों के लिए काम किया है और कई मिशनों के लिए संचालन निदेशक का जिम्मेदार पद भी संभाला है।
5. रितु करिधल श्रीवास्तव ने अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय दोनों प्रकाशनों में 20 से ज्यादा पत्र भी प्रकाशित किए हैं।