Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) अपने मन की बात (Mann Ki Baat) कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम के ये 99वां एपिसोड हैं। प्रधानमंत्री मोदी हर महीने के अंतिम रविवार को मन की बात के जरिए देश को संबोधित करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 99 वें एपिसोड में आज पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले के दीघा के मछुआरों से बात की और उनकी समस्याओं के बारे में बात की।
आपको बता दें कि इस कार्यक्रम का प्रसारण आकाशवाणी और दूरदर्शन के पूरे नेटवर्क, आकाशवाणी समाचार की वेबसाइट और न्यूजएयर मोबाइल एप पर किया जाएगा। इसका सीधा प्रसारण डीडी न्यूज, पीएमओ और सूचना और प्रसारण मंत्रालय के यूट्यूब चैनलों पर भी किया जाता है।
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मन की बात (Mann Ki Baat) की बड़ी बातें :
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘मन की बात’ की शुरुआत करते हुए कहा ‘मेरे प्यारे देशवासियों मन की बात में आप सभी का एक बार फिर बहुत-बहुत स्वागत है। आज इस चर्चा को शुरू करते हुए मन-मस्तिष्क में कितने ही भाव उमड़ रहे हैं।हमारा और आपका ‘मन की बात’ का ये साथ, अपने निन्यानवें (99वें) पायदान पर आ पहुंचा है।’
- प्रधानमंत्री ने कहा कि आज इस कार्यक्रम का 99 वां संस्करण प्रसारित हो रहा है। मुझे खुशी है कि देश के लोगों में 100वें एपिसोड को लेकर काफी उत्साह है। लोगों के सुझाव भी मिल रहे हैं। मैं लोगों के सुझावों को जानने के लिए उत्सुक हूं।
- पीएम ने कहा ‘हमारे देश में परमार्थ को इतना ऊपर रखा गया है कि दूसरों के सुख के लिए लोग अपना सर्वस्व दान देने में भी संकोच नहीं करते। इसलिए तो हमें बचपन से शिवि और दधीचि जैसे देह-दानियों की गाथाएं सुनाई जाती है। आधुनिक मेडिकल साइंस के इस दौर में ऑर्गन डोनेशन, किसी को जीवन देने का एक बहुत बड़ा माध्यम बन चुका है। कहते हैं, जब एक व्यक्ति मृत्यु के बाद अपना शरीर दान करता है तो उससे 8 से 9 लोगों को एक नया जीवन मिलने की संभावना बनती है। संतोष की बात है कि आज देश में ऑर्गन डोनेशन के प्रति जागरूकता भी बढ़ रही है. साल 2013 में हमारे देश में ऑर्गन डोनेशन के 5 हजार से भी कम मामले थे, लेकिन 2022 में, ये संख्या बढ़कर, 15 हजार से ज्यादा हो गए। ऑर्गन डोनेशन करने वाले व्यक्तियों ने उनके परिवार ने वाकई बहुत पुण्य का काम किया है।
- प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा ’39 दिन की अबाबत कौर हों या 63 साल की स्नेहलता चौधरी इनके जैसे दानवीर हमें जीवन का महत्व समझाकर जाते हैं। हमारे देश में आज बड़ी संख्या में ऐसे जरूरतमंद हैं, जो स्वस्थ जीवन की आशा में किसी ऑर्गन डोनेट करने वाले का इंतजार कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा ‘मुझे संतोष है कि अंगदान को आसान बनाने और प्रोत्साहित करने के लिए पूरे देश में एक जैसी पॉलिसी पर भी काम हो रहा है।’
- आज, भारत का जो सामर्थ्य नए सिरे से निखरकर सामने आ रहा है, उसमें बहुत बड़ी भूमिका हमारी नारी शक्ति की है। आपने सोशल मीडिया पर, एशिया की पहली महिला लोको पायलट सुरेखा यादव जी को जरुर देखा होगा। सुरेखा जी, एक और कीर्तिमान बनाते हुये वंदे भारत एक्सप्रेस की भी पहली महिला लोको पायलट बन गई हैं।
- इसी महीने प्रोडूयसर गुनीत मोंगा और डॉयरेक्टर कार्तिकी गोंज़ाल्विस उनकी डॉक्यूमेंट्री एलीफेंट विस्पर ने ऑस्कर जीतकर देश का नाम रोशन किया है।
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- देश के लिए एक और उपलब्धि भाभा एटॉमिक रिसर्च सेन्टर की वैज्ञानिक बहन ज्योतिर्मयी मोहंती जी ने भी हासिल की है। ज्योतिर्मयी जी को केमेस्ट्री और Cकेमिकल इंजीनियरिंग के फिल्ड में IUPAC का विशेष अवॉर्ड मिला है।
इस वर्ष की शुरुआत में ही भारत की अंडर-19 महिला क्रिकेट टीम ने टी 20 वर्ल्ड कप जीतकर नया इतिहास रचा है। - सोलर एनर्जी के क्षेत्र में जिस तेजी से आगे बढ़ रहा है, वो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। भारत के लोग तो सदियों से सूर्य से विशेष रूप से नाता रखते हैं | हमारे यहां सूर्य की शक्ति को लेकर जो वैज्ञानिक समझ रही है, सूर्य की उपासना की जो परंपराएं रही हैं, वो अन्य जगहों पर कम ही देखने को मिलते हैं।
- मुझे खुशी है कि आज हर देशवासी सौर ऊर्जा का महत्व भी समझ रहा है और क्लीन इनर्जी में अपना योगदान भी देना चाहता है। सबका प्रयास की यही भावना आज भारत के सोलर मिशन को आगे बढ़ा रहा है।
- महाराष्ट्र के पुणे में MSR-Olive Housing Society के लोगों ने तय किया है कि वे पीने के पानी, लिफ्ट और लाइट जैसे सामूहिक उपयोग की चीजें अब सोलर इनर्जी से ही चलाएंगे। इसके लिए सभी ने मिलकर सोलर पैनल लगवाए हैं। आज इन सोलर पैनल से हर साल करीब 90 हजार किलोवाट ऑवर बिजली पैदा हो रही है। इससे हर महीने लगभग 40 हजार रुपये की बचत हो रही है।
- दीव भारत का पहला ऐसा जिला बना है, जो, दिन के समय सभी जरूरतों के लिए शत्-प्रतिशत क्लीन एनर्जी का इस्तेमाल कर रहा है। दीव की इस सफलता का मंत्र भी सबका प्रयास ही है। कभी यहां बिजली उत्पादन के लिए संसाधनों की चुनौती थी।
- साथियों, पुणे और दीव ने जो कर दिखाया है, ऐसे प्रयास देशभर में कई और जगहों पर भी हो रहे हैं। इनसे पता चलता है कि पर्यावरण और प्रकृति को लेकर हम भारतीय कितने संवेदनशील हैं और हमारा देश किस तरह भविष्य की पीढ़ी के लिए बहुत जागृत है।
- काशी-तमिल संगमम के दौरान, काशी और तमिल क्षेत्र के बीच सदियों से चले आ रहे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को Celebrate किया गया ।एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना हमारे देश को मजबूती देती है।
- हम जब एक-दूसरे के बारे में जानते हैं, सीखते हैं तो एकता की ये भावना और प्रगाढ़ होती है। Unity की इसी Spirit के साथ अगले महीने गुजरात के विभिन्न हिस्सों में ‘सौराष्ट्र-तमिल संगमम’ होने जा रहा है। सौराष्ट्र-तमिल संगमम’ 17 से 30 अप्रैल तक चलेगा।
100 वां ‘मन की बात’ कार्यक्रम को लेकर हो रही है खास तैयारी
आपको बात दें कि मन की बात कार्यक्रम का ये 99 एपिसोड है। इसके बाद इस कार्यक्रम का 100वां एपिसोड का प्रसारण अगले में महीने के आखिरी रविवार 10 अप्रैल को प्रसारित किया जाएगा। इसको लेकर बीजेपी और सरकार की तरफ से खास तैयारी की जा रही हैं। जानकारी के मुताबिक इसे एक लाख से अधिक बूथ पर स्क्रीन लगाकर लोगों को सुनाने की योजना बनाई जा सकती है।
खबरों के मुताबिक इस कार्यक्रम को दुनिया भर में भी प्रसारित करने का प्लान बनाया जा रहा है। बीजेपी सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ग्लोबल लीडर हैं। सभी देश प्रधानमंत्री के काम की सराहना करते हैं। लोग उन्हें सुनना चाहते हैं। हमारा मकसद है कि हम प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात को अधिक से अधिक देशों में प्रसारित करें।
आपको बता दें कि ‘मन की बात’ कार्यक्रम हर महीने के आखिरी रविवार को सुबह 11 बजे प्रसारित होता है। इस कार्यक्रम के जरिए पीएम मोदी देशवासियों से संवाद करते हैं। ‘मन की बात’ कार्यक्रम की शुरुआत 3 अक्टूबर 2014 को विजयादशमी के दिन हुई थी। कार्यक्रम का प्रसारम ऑल इंडिया रेडिया पर किया जाता है।
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