Lok Sabha Election 2024 : देश में लोकसभा चुनाव 2024 का महासमर शुरू हो गया है। इसे लेकर राजनीतिक पार्टियां एक्टिव हो गई हैं। कुछ दल जीत के लिए चुनाव लड़ेंगे तो कुछ दल सिर्फ वोट काटेंगे। वोट कटवा पार्टियां भी अपने उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारेंगी। आइए जानते हैं कि किस राज्यों में कौन सी पार्टी वोट कटवा पार्टी है।
उत्तर प्रदेश में कौन है वोट कटवा पार्टी
उत्तर प्रदेश में एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा। मायावती की बहुजन समाज पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी तो असदुद्दीन औवेसी की पार्टी AIMIM ने कुछ सीटों पर उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है। ऐसे में ये दोनों पार्टियां वोट कटवा पार्टी की भूमिका में नजर आएंगी। औवेसी का मूल वोट बैंक मुस्लिम है, जिस पर कांग्रेस और सपा की नजर है। मायावती का मूल वोट बैंक दलित और मुस्लिम है, जिस पर एनडीए और इंडिया दोनों गठबंधनों की निगाहें टिकी हैं।
यह भी पढ़ें : Lok Sabha Election 2024 : भाजपा ने जारी किया थीम सॉन्ग, बताई अपनी रणनीति
बिहार में वोट कटवा पार्टी
बिहार में एनडीए और इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों के बीच सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय नहीं हुआ है। अबतक की खबरों के अनुसार, पशुपति पारस एनडीए से नाराज चल रहे हैं, क्योंकि भाजपा लोकसभा की एक भी सीट देने के लिए तैयार नहीं है। अगर पशुपति पारस राजनीतिक विकल्प पर आगे बढ़े तो उनकी पार्टी रालोजपा वोट काट सकती है। इससे एनडीए के घटक दल लोजपा को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचेगा।
पश्चिम बंगाल में वोट कटवा पार्टी
पश्चिम बंगाल में भाजपा और टीएमसी के बीच सीधी टक्कर है। ममता बनर्जी ने सभी सीटों पर उम्मीदवारों को उतार दिया। कांग्रेस और लेफ्ट के बीच सीट शेयरिंग पर आम सहमति नहीं बन पाई। लेफ्ट ने भी अपने 16 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी। हालांकि, कांग्रेस ने अभीतक अपनी लिस्ट जारी नहीं की है। ऐसे में भाजपा और टीएमसी के वोटरों को लेफ्ट और कांग्रेस काटने का काम करेगी।
यह भी पढ़ें : Lok Sabha Election 2024: कौन हैं हसमुख पटेल, जो कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता को देंगे चुनौती
पंजाब में वोट कटवा पार्टी
पंजाब में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन नहीं हो पाया। दोनों पार्टियों की राहें अलग-अलग हैं। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी और अकाली दल के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत चल रही है। यहां त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। आप और कांग्रेस एक दूसरे के वोट काटेगी, जिसका फायदा एनडीए को मिलेगा।
हरियाणा में वोट कटवा पार्टी
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले हरियाणा में बड़ा फेरबदल देखने को मिला। भाजपा और जेजेपी के बीच गठबंधन टूट गया। इनेलो और जेजेपी के बीच गठबंधन हो सकता है। कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया। राज्य में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है। ऐसे में इनोले और जेजेपी वोट कटवा पार्टी हो सकती है।
यह भी पढ़ें : बिहार में क्यों करना पड़ा चुनाव की तारीखों में बदलाव? EC ने बताई वजह
दक्षिण भारत में वोट कटवा पार्टी
अगर दक्षिण भारत की बात करें तो कर्नाटक में भाजपा को स्थिति मजबूत है। इस बार राज्य में कांग्रेस की सरकार है, ऐसे में भाजपा ने जेडीएस के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ने का फैसला किया। वहीं, तेलंगाना की 13 में से 4 सीटों पर भाजपा का कब्जा है। यहां भी कांग्रेस की सरकार है। तेलंगाना में कांग्रेस, बीआरएस और भाजपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। अगर केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश की बात करें तो यहां भाजपा की स्थिति अच्छी नहीं है। इन तीन राज्यों में भाजपा शून्य पर है। केरल और तमिलनाडु में भाजपा, आंध्र प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा वोट कटवा पार्टी साबित हो सकती है।
महाराष्ट्र में वोट कटवा पार्टी
महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन के तहत महाविकास अघाड़ी की सहयोगी पार्टियां कांग्रेस, एनसीपी शरद पवार गुट, शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट एक साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, जबकि एनडीए गठबंधन के तहत भाजपा, एनसीपी अजित पवार गुट, शिवसेना शिंदे गुट के बीच सीटों का बंटवारा होगा। भाजपा ने 20 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। यहां राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) वोट कटवा पार्टी हो सकती है, जिससे शिवसेना के दोनों गुटों को नुकसान पहुंचेगा।
यह भी पढ़ें : Lok Sabha Election 2024 Date: 7 चरणों में क्यों कराया जा रहा लोकसभा चुनाव? BJP ने बताई वजह
इन राज्यों में NDA Vs INDIA
मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, अरुणाचल प्रदेश, असम, गोवा, गुजरात समेत कई राज्यों में एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिलेगा।