नई दिल्ली: विभिन्न राज्यों के सैकड़ों किसानों का सोमवार सुबह से ही जंतर मंतर पर पहुंचना जारी है। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) द्वारा बुलाई गई ‘महापंचायत’ में भाग लेने के लिए वे दिल्ली पहुंच रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने सिंघू सीमा, गाजीपुर सीमा सहित राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी है।
पुलिस ने कहा कि राजधानी में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों की जांच की जा रही है और पुलिस कर्मी ‘अलर्ट मोड’ पर हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के कई हिस्सों में यातायात की आवाजाही प्रभावित हो सकती है। पुलिस ने सीमा चौकियों पर बैरिकेड्स लगा रखे हैं।
दिल्ली पुलिस ने जारी की ट्रैफिक एडवाइजरी
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने सोमवार को ट्विटर के जरिए इन रूट्स से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की। लिखा, ‘संयुक्त किसान मोर्चा की कल जंतर मंतर पर महापंचायत के मद्देनजर, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस यात्रियों से अपनी यात्रा की योजना पहले से बनाने और सुविधा के लिए उल्लिखित सड़कों से बचने का अनुरोध करती है।’
इन मार्गों पर मत जाएं
-टॉल्स्टॉय मार्ग
-संसद मार्ग
-जनपथ (बाहरी सर्कल कनॉट प्लेस से राउंडअबाउट विंडसर प्लेस तक)
-आउटर सर्कल कनॉट प्लेस
-अशोक रोड
-बाबा खड़क सिंह मार्ग
-पंडित पंत मार्ग
किसान फिर विरोध प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं?
बेरोजगारी के खिलाफ किसान जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। महापंचायत एक ही दिन के लिए है। किसान एमएसपी पर कानूनी गारंटी और बिजली संशोधन विधेयक 2022 को रद्द करने जैसी अपनी मांगों को भी लेकर एतराज जता रहे हैं।
क्या है मांग?
-लखीमपुर खीरी मामले में पीड़ित किसान परिवारों को इंसाफ मिले। जेलों में बंद किसानों की रिहाई हो और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी की गिरफ्तारी हो।
-स्वामीनाथन आयोग के सी2+50 प्रतिशत फॉर्मूले के अनुसार एमएसपी की गारंटी का कानून बने।
-देश के सभी किसानों का कर्जमुक्त हो।
-बिजली बिल 2022 को रद्द किया जाए
-गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाया जाए और बकाया राशि का तत्काल भुगतान हो।
-विश्व व्यापार संगठन से बाहर आए और सभी मुक्त व्यापार समझौते रद्द किए जाए।
-किसान आंदोलन के दौरान दर्ज सभी मुकदमे वापस लिए जाएं।
-प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों के बकाया मुआवजे का तत्काल भुगतान किया जाए।
-अग्निपथ योजना की वापसी हो।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए बाहरी जिले के टिकरी सीमा, प्रमुख चौराहों, रेलवे पटरियों और मेट्रो स्टेशनों पर स्थानीय पुलिस और बाहरी बल की पर्याप्त तैनाती की गई है।’