Jammu Kashmir Exit Poll 2024: जम्मू कश्मीर के चुनाव पर सभी की नजरें टिकी हैं। घाटी में 1 दशक बाद जनमत से कोई सरकार बनने जा रही है। हर कोई यह जानने को बेताब है कि देश का मुकुट कहे जाने वाले जम्मू कश्मीर की जीत का ताज आखिर किसके सिर पर सजने वाला है। इस चुनाव के नतीजे तो 8 अक्टूबर को सामने आएंगे। हरियाणा में वोटिंंग खत्म होने के साथ ही एग्जिट पोल के अनुमान आने लगे हैं। सी वोटर इंडिया टुडे के सर्वे के अनुसार जम्मू में बीजेपी को 27 से 31 सीट मिलने के आसार हैं। इसके अलावा यहां एनसी+ को 11 से 15 सीट, पीडीपी 0 से 2 सीट और अन्य को 0 से 1 सीट मिलने का अनुमान है। बता दें जम्मू में विधानसभा की कुल 43 सीट हैं। इसी तरह कश्मीर में बीजेपी को 0 से 1 सीट मिलने के आसार हैं। इसके अलावा यहां एनसी+ को 29 से 33 सीट, पीडीपी 6 से 10 सीट और अन्य को 6 से 10 सीट मिलने का अनुमान है। बता दें कश्मीर क्षेत्र में कुल 47 सीट हैं। यानी सी वोटर इंडिया टुडे के सर्वे के मुताबिक एनसी+ को 40 से 48 सीट, बीजेपी को 27 से 32 सीट, पीडीपी को 6 से 12 और अन्य को 6 से 11 सीट मिलने का अनुमान है।
दैनिक भास्कर के सर्वें के अनुसार जम्मू कश्मीर में एनसी+ को 35 से 40 सीट, बीजेपी को 20 से 25 सीट, पीडीपी को 4 से 7 और अन्य को 12 से 16 सीट मिलने का अनुमान है। वहीं, Matrize के सर्वें में जम्मू कशमीर में BJP को 23-27 सीट, PDP को 7 से 11 सीट, NC+ 46 से 50 सीट और अन्य 4 से 6 सीट मिलने के आसार हैं।
10 साल बाद हुआ विधानसभा चुनाव
जम्मू कश्मीर में पिछले विधानसभा चुनाव साल 2014 में हुए थे। 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले 5 अगस्त को केंद्र सरकार ने धारा 370 हटाने का ऐलान कर दिया और जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश में तब्दील कर दिया गया। सुप्रीम कोर्ट ने राज्य में सितंबर तक चुनाव करवाने का आदेश दिया था। जिसके बाद चुनाव आयोग ने 3 चरणों में मतदान पूरा करवाया।
एजेंसी के नाम | बीजेपी | पीडीपी | नेशनल कॉन्फेंस + कांग्रेस | अन्य |
सी वोटर इंडिया टुडे | 27 से 32 सीट | 6 से 12 सीट | 40 से 48 सीट | 6 से 11 सीट |
दैनिक भास्कर | 20 से 25 सीट | 4 से 7 सीट | 35 से 40 सीट | 12 से 16 सीट |
Matrize | 23-27 सीट | 7 से 11 सीट | 46 से 50 सीट | 4 से 6 सीट |
तीन चरणों में पूरे हुए चुनाव
90 सीटों पर होने वाले विधानसभा चुनाव में जम्मू कश्मीर के लोगों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को हुआ। 25 सितंबर को दूसरे चरण और 1 अक्टूबर को आखिरी चरण का मतदान करवाया गया। इस चुनाव में 63.88 प्रतिशत लोगों ने वोट डाला, जो अपने आप में एक बड़ा रिकॉर्ड है।
90 सीटों पर 900 के लगभग उम्मीरवार
10 साल बाद घाटी में होने वाले विधानसभा चुनाव में 900 के लगभग उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई है। जम्मू कश्मीर की कई बड़ी पार्टियों ने भी इस चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। फाहरुख अब्दुल्लाह की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस, महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी, कांग्रेस, बीजेपी समेत कई स्थानीय दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी चुनाव में हिस्सा लिया है।
क्या है सियासी समीकरण?
जम्मू कश्मीर के राजनीतिक समीकरण की बात करें तो नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया था। वहीं पीडीपी अकेले ही चुनावी मैदान में उतरी थी। इसके अलावा बीजेपी ने कश्मीर की कई सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारे थे। बड़े दलों के अलावा कई निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत की होड़ लगा रखी है।