---विज्ञापन---

उपराष्ट्रपति ने पीएम मोदी को बताया युगपुरुष तो दानिश अली बोले- इनके राज में सांसद को गाली देने की आजादी मिली

Jagdeep Dhankhar on PM modi: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी युगपुरुष की संज्ञा दी। इसके बाद सियासत चरम पर है।

Edited By : Rakesh Choudhary | Updated: Nov 28, 2023 08:59
Share :
Jagdeep Dhankhar on PM modi
Jagdeep Dhankhar on PM modi

Jagdeep Dhankhar on PM modi: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को कहा कि महात्मा गांधी पिछली शताब्दी के महापुरुष थे तो पीएम मोदी आज की युग में युगपुरुष हैं। उनके इस बयान के विपक्षी दलों ने उन पर तीखा हमला बोला है। उन्हाेंने ये बात जैन विचारक और दार्शनिक श्रीमद राजचंद्रजी की जयंती समारोह में कही। उन्होंने कहा कि पिछली शताब्दी में हमें महात्मा गांधी ने सत्याग्रह और अहिंसा के रास्ते पर चलकर अंग्रेजों की दासता से मुक्त कराया। अब भारत के पीएम नरेंद्र मोदी हमें उस रास्ते पर ले गए जहां हम हमेशा जाना चाहते थे। इसके बाद उन्होंने पीएम मोदी को युगपुरुष बता दिया।

जब भी देश में कुछ अच्छा होता है ये लोग विरोध…

धनखड़ यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि महात्मा गांधी और पीएम मोदी में एक समानता है। उन्होंने कहा कि देश में विकास का विरोध करने वाली ताकतें साथ आ रही हैं। जब भी देश में कुछ अच्छा होता है तो ये लोग अलग मुद्रा में आ जाते हैं। जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह खतरा छोटा नहीं है बहुत बड़ा है। जिन देशों को आप हमारे आस-पास देख रहे हैं उनका इतिहास 300 से 700 साल पुराना है। जबकि हमारी संस्कृति 5 हजार साल से भी ज्यादा पुरानी है।

---विज्ञापन---

इस बीच विपक्ष ने उपराष्ट्रपति पर निशाना साधा। बसपा सांसद दानिश अली ने कहा कि मैं उपराष्ट्रपति से पूछना चाहता हूं कि पीएम ने अपनी पार्टी के एक सांसद को गाली देने की आजादी दे दी। इससे कौनसे नये युग की शुरुआत हुई है।

News24 Whatsapp Channel

जानें कौन हैं राजचंद्रजी

श्रीमद राजचंद्रजी का जन्म 1867 में गुजरात में हुआ वहीं 1901 में उनकी मृत्यु हो गई। उन्हें जैन धर्म पर उनकी शिक्षाओं और गांधी के आध्यात्मिक दर्शन के लिए जाना जाता है। बता दें राजचंद्रजी और गांधी की पहली मुलाकात मुबंई में हुई थी। इस वक्त महात्मा गांधी लंदन से वकालत की पढ़ाई कर भारत लौटे थे। इसके बाद महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका चले गए। फिर वहां से 1915 में भारत लौटे और बाल गंगाधर तिलक की मृत्यु के आजादी के आंदोलन की बागडोर संभाली।

HISTORY

Edited By

Rakesh Choudhary

First published on: Nov 28, 2023 08:57 AM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें