---विज्ञापन---

देश

अमेरिका में जिंदा जले 4 भारतीय कौन? पिता की पोस्ट से हुआ भीषण अग्निकांड का खुलासा

Indians Car Accident: अमेरिका के टेक्सास शहर में हुए हादसे में 4 भारतीयों की मौत हो गई है, जिनकी शिनाख्त हो गई है। चारों भारतीय कार में लगी आग में जिंदा जल गए थे। पुलिस ने चारों के शव कब्जे में लेकर हादसे की जांच की और उनके शव भारत भिजवाने के प्रयास जारी हैं।

Author Edited By : Khushbu Goyal Updated: Sep 4, 2024 11:54
Indians Burnt Alive in Massive Fire
टक्कर लगते ही धमाके के साथ कार में भड़की आग।

Indians Burnt Alive in Massive Fire: अमेरिका के टेक्सास शहर में हुए भीषण अग्निकांड में 4 भारतीय जिंदा जल गए। हादसा 5 कारों की आपस में टक्कर होने से हुआ। टक्कर लगने से एक कार में भीषण आग लग गई, लेकिन उसमें सवार चारों लोगों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। हादसा गत 31 अगस्त को हुआ था, जिसकी जानकारी अब भारत तक पहुंची और मामले का खुलासा हुआ।

कोलिन काउंटी शेरिफ कार्यालय के अनुसार, हादसे में मारे गए लोग कार पूलिंग ऐप के जरिए सफर करने को एक दूसरे के संपर्क में आए थे और चारों SUV कार में सवार होकर अर्कांसस स्टेट के बेंटनविले श्हर में जा रहे थे, लेकिन रास्ते में भारतीय समयानुसार दोपहर के करीब 3:30 बजे व्हाइट स्ट्रीट के पास हादसे का शिकार हो गए। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।

---विज्ञापन---

 

डॉक्यूमेंट से हुई मृतकों के नामों की शिनाख्त

NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, आग में जिंदा जलकर मरने वालों की पहचान आर्यन रघुनाथ ओरमपति, फारूक शेख, लोकेश पलाचारला, दर्शिनी वासुदेवन के रूप में हुई है। ओरमपति और उनके दोस्त शेख डलास शहर में अपने रिश्तेदार से मिलने गए थे और वापस घर लौट रहे थे। लोकेश पलाचारला अपनी पत्नी से मिलने बेंटनविले जा रहे थे। टेक्सास विश्वविद्यालय से मास्टर डिग्री प्राप्त वासुदेवन अपने चाचा से मिलने जा रही थीं।

पुलिस के अनुसार, तेज गति से आ रहे एक ट्रक ने SUV कार को पीछे से टक्कर मार दी, जिसमें पीड़ित सवार थे। वाहन में आग लगने से उसमें सवार सभी लोग जिंदा जलकर मर गए। अधिकारियों ने बताया कि वे पीड़ितों की पहचान की पुष्टि के लिए DNA, फिंगरप्रिंटिंग और दांतों और हड्डियों के अवशेषों पर निर्भर हैं। प्राथमिक शिनाख्त डॉक्यूमेंट से हुई है।

यह भी पढ़ें:सरकारी कर्मियों को सोशल मीडिया यूज करने के लिए लेनी होगी परमिशन, पाकिस्तान सरकार का फरमान

एक मृतक के पिता की पोस्ट से खुला मामला

बता दें कि तमिलनाडु की रहने वाली वासुदेवन टेक्सास के फ्रिस्को इलाके में रहती थी। वासुदेवन के पिता ने एक्स पर ट्ववीट करके अपनी बेटी से बात नहीं होने पर उसका पता लगाने के लिए मदद मांगी। उन्होंने पोस्ट में विदेश मंत्री एस जयशंकर को टैग किया। उन्होंने लिखा, “@DrSJaishankar प्रिय महोदय, मेरी बेटी धरशिनी वासुदेवन भारतीय पासपोर्ट नंबर-T6215559 के साथ पिछले 3 वर्षों से अमेरिका में है। 2 साल MS की पढ़ाई और एक साल नौकरी करते हुए वह 3150 एवेन्यू ऑफ द स्टार्स अपार्टमेंट 1110-फ्रिस्को, टेक्सास-75034 में रहती है। उन्होंने कहा कि कल शाम को वह 3 अन्य लोगों के साथ कार पूल में थी। करीब 3 से 4 बजे तक वह सक्रिय रूप से संदेश भेज रही थी, लेकिन 4 बजे के बाद उनसे और उनके साथ यात्रा कर रहे 3 अन्य लोगों से संपर्क नहीं हो सका है।

यह भी पढ़ें:पराए मर्द मेरे जिस्म से खेलते और मैं…51 अजनबियों की हवस का शिकार बनी महिला की आपबीती

2 अन्य मृतक भी हैदराबाद के रहने वाले हैं

वहीं ओरमपति के पिता सुभाष चंद्र रेड्डी हैदराबाद स्थित मैक्स एग्री जेनेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड नामक फर्म के मालिक हैं। ओरमपति ने कोयंबटूर के अमृता विश्व विद्यापीठम से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। ​​मई में टेक्सास विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह के लिए उनके माता-पिता अमेरिका गए थे। दीक्षांत समारोह के बाद उन्होंने उनसे भारत लौटने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने कहा कि वह 2 और साल अमेरिका में काम करना चाहते हैं, लेकिन हादसे का शिकार हो गए। फारूख शेख भी हैदराबाद से था और बेंटनविले में रहता था। उसके पिता मस्तान वली ने बताया कि वह 3 साल पहले अमेरिका गया था। वली एक सेवानिवृत्त निजी कर्मचारी हैं और अपने परिवार के साथ BHEL हैदराबाद में रहते हैं। उनकी बेटी भी अमेरिका में रहती है और उसी ने हादसे की जानकारी परिवार को दी।

यह भी पढ़ें:‘पति और 3 बेटों की लाशें’…एक मां-पत्नी की आपबीती सुन दहल जाएगा दिल

First published on: Sep 04, 2024 11:22 AM

संबंधित खबरें