पंकज शर्मा, श्रीनगर: सीमा पार से लगातार आतंकी गतिविधियों में इजाफा देखने को मिल रहा है। पाकिस्तान के आंतकी चिनाब वैली में आंतक को जिंदा करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में भारतीय सेना विलेज डिफेंस गार्ड के सदस्यों को एक गोली, एक दुश्मन, एक निशाना की ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि समय रहते आतंकियों को ढेर किया जा सके।
सुरक्षाबलों को इनपुट मिल रहे हैं कि सीमा पार बने लांचिंग पैड में 200-250 की तादाद में आतंकी मौजूद हैं। ये आतंकी इस ताक में हैं कि बर्फबारी से पहले वे भारतीय सीमा में घुसपैठ कर सके। पाकिस्तान की घुसपैठ वाली इस साजिश को रोकने के लिए पूरे जंगल के इलाकों में जम्मू कश्मीर पुलिस और सेना की तरफ से ऑपरेशन ‘एरिया डोमिनेशन’ चलाया जा रहा है।
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बर्फबारी के बाद बंद हो जाते हैं घुसपैठ के रास्ते
दरअसल, सीमा पार बैठे लॉन्चिंग पैड में 200 से 250 आतंकी मौजूद हैं जो अंतरराष्ट्रीय सीमा या फिर नियंत्रण रेखा के जरिए घुसपैठ करने की फिराक में है। आतंकी बर्फबारी से पहले घुसपैठ करना चाहते हैं क्योंकि बर्फबारी के बाद घुसपैठ के सभी रास्ते बंद हो जाते हैं।
न्यूज़ 24 डोडा के भदरवाह इलाके में पहुंचा, जहां भारतीय सेना और पुलिस की ओर से VDG को हथियार चलाने और उसे हैंडल करने की ट्रेनिंग दी जा रही है। आपको बता दें कि 90 के दशक में जब आतंकवाद जम्मू कश्मीर में हद से ज्यादा था तो उस वक्त VDG का गठन हुआ था। इन सुरक्षा गार्डों ने सुरक्षा बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चिनाब वैली और पीर पंजाल के इलाकों में आतंक का खात्मा किया था।
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फिलहाल, विलेज डिफेंस गार्ड के सदस्य घने जंगलों में जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों के साथ ऑपरेशन एरिया डोमिनेशन में कंधे से कंधा मिला रहे हैं ताकि अगर कहीं पर कोई संदिग्ध आतंकी या फिर कोई संदिग्ध हथियार गोला बारूद हो तो इसकी जानकारी सेना को दी जा सके और आतंकियों का काम तमाम किया जा सके। विलेज डिफेंस गार्ड में शामिल लोगों का कहना है कि हम 90 के दशक से भारतीय सेना और पुलिस के साथ काम कर रहे हैं और हमें इसका गर्व है।
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