India-Maldives Trade : भारत से पंगा लेना मालदीव को भारी पड़ रहा है। अभी तो सिर्फ भारतीयों का ही आक्रोश सामने आया है। अगर भारत सरकार ने भी मालदीव का हुक्का पानी बंद कर दिया तो वह पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा। मालदीव में श्रीलंका वाली स्थिति पैदा हो जाएगी और लोग भूखे मरने लगेंगे। भारत रक्षा से लेकर कई सेक्टरों में मदद करता है।
मालदीव की अर्थव्यवस्था में भारत का महत्वपूर्ण योगदान है। मालदीव की आय का मुख्य स्त्रोत टूरिज्म है। अगर पर्यटन पर थोड़ा भी असर पड़ेगा तो उसकी अर्थव्यवस्था डगमगा सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपमानजनक टिप्पणी के बाद भारतीय लगातार अपनी मालदीव की यात्रा को कैंसिल कर दे रहे हैं। अगर ऐसी ही स्थिति रही तो मालदीव को आर्थिक नुकसान पहुंचेगा।
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पिछले साल 500 मिलियन डॉलर का हुआ कारोबार
करीब 3 दशक पहले भारत और मालदीव के बीच एक व्यापार समझौता हुआ था। इसके तहत मालदीव को भारत उन चीजों का एक्सपोर्ट करता है, जो किसी दूसरे देशों से नहीं आती हैं। भारत की ओर से आटा, चावल, चीनी, कपड़ा, दवा, मसाला और दवाई समेत कई वस्तुएं भेजी जाती हैं। साथ ही मालदीव कृषि और मुर्गी पालन के लिए भारत पर ही निर्भर है। साथ ही लकड़ी के समान और प्लास्टिक भी भेजे जाते हैं। अगर भारत ने एक्सपोर्ट बंद कर दिया तो मालदीव में भुखमरी आ जाएगी। दोनों देशों के बीच पिछले साल 500 मिलियन डॉलर से ज्यादा का बिजनेस हुआ था।
अब अपने ही घर में घिरी मुइज्जू सरकार
भारत रक्षा क्षेत्र में भी मालदीव की मदद करता है और कई इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्टों पर भी इन्वेस्ट कर रखा है। ऐसे में भारत के खिलाफ टिप्पणी करना मालदीव को महंगा पड़ रहा है। मालदीव में मोहम्मद मुइज्जू की सरकार अब अपने देश में ही घिरते नजर आ रहे हैं। मालदीव की पूर्व रक्षा मंत्री मारिया अहमद दीदी ने मुइज्जू सरकार पर निशाना साधते हुए भारत की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि भारत मालदीव का एक भरोसेमंद साथी है। संकट के समय भारत हमारे देश के साथ खड़ा रहता है।