नई दिल्ली: उद्धव ठाकरे को चुनाव आयोग से हढ़ा झठका लगा है। शिवसेना पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह धनुष बाण एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली पार्टी को दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि चुनाव आयोग द्वारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले धड़े को असली शिवसेना घोषित किए जाने के बाद विपरीत विचारधारा वाले लोगों के तलवे चाटने वालों ने पाया है कि सच्चाई किस तरफ है।
उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना, अमित शाह ने एक बार फिर दोहराया कि 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री पद साझा करने पर कोई सहमति नहीं थी। 2019 के विधानसभा चुनावों के नतीजे घोषित होने के बाद शिवसेना ने भाजपा के साथ अपना गठबंधन तोड़ दिया, यह दावा करते हुए कि बीजेपी ने उसके साथ सीएम का पद साझा करने का वादा किया था।
ठाकरे का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा, ‘झूठ का सहारा लेकर चिल्लाने वालों को आज पता चल गया है कि सच्चाई किसके पक्ष में है। चुनाव आयोग ने शुक्रवार को सीएम शिंदे के नेतृत्व वाले समूह को ‘शिवसेना’ नाम और धनुष और तीर का अपना चुनाव चिन्ह आवंटित किया। कुछ दिन पहले चुनाव आयोग के सामने पार्टी और चुनाव चिन्ह पर दावे को लेकर सुनवाई हुई थी। इस प्रक्रिया में उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका लगा।