Fighter Jet Engines: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की संयुक्त राज्य अमेरिका की राजकीय यात्रा के बीच गुरुवार को बड़ा करार हुआ है। जीई एयरोस्पेस ने घोषणा की कि उसने भारतीय वायु सेना के लिए लड़ाकू जेट इंजन बनाने के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के साथ करार किया है।
अमेरिकी एयरोस्पेस ने इस समझौते को एक बड़ा मील का पत्थर बताया। कहा कि यह दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण कदम है। अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी के अनुसार, समझौते में भारत में GE एयरोस्पेस के F414 इंजन का संभावित संयुक्त उत्पादन शामिल है।
विमान इंजन आपूर्तिकर्ता ने कहा कि उसने समझौते के लिए आवश्यक निर्यात प्राधिकरण प्राप्त करने के लिए अमेरिकी सरकार के साथ काम करना जारी रखा है। इसने कहा कि यह प्रयास भारतीय वायु सेना के हल्के लड़ाकू विमान एमके2 कार्यक्रम का हिस्सा था।
GE Aerospace announced today that it has signed a Memorandum of Understanding (MOU) with Hindustan Aeronautics Limited (HAL) to produce fighter jet engines for the Indian Air Force, a major milestone amidst Indian Prime Minister Narendra Modi’s official state visit to the United… pic.twitter.com/ChOX14Ipao
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) June 22, 2023
एयरोस्पेस के F414 इंजन बेजोड़
जीई के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी और जीई एयरोस्पेस के सीईओ एच. लॉरेंस कल्प जूनियर ने कहा कि यह भारत और एचएएल के साथ हमारी दीर्घकालिक साझेदारी से संभव हुआ एक ऐतिहासिक समझौता है। जूनियर ने कहा कि हमें राष्ट्रपति बाइडेन और प्रधान मंत्री मोदी के दोनों देशों के बीच घनिष्ठ समन्वय के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में भूमिका निभाने पर गर्व है। हमारे F414 इंजन बेजोड़ हैं और दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण आर्थिक और राष्ट्रीय सुरक्षा लाभ प्रदान करेंगे। क्योंकि हम अपने ग्राहकों को उनके सैन्य बेड़े की जरूरतों को पूरा करने के लिए उच्चतम गुणवत्ता वाले इंजन बनाने में मदद करते हैं।
यह समझौता एलसीए एमके2 कार्यक्रम के हिस्से के रूप में भारतीय वायु सेना के लिए 99 इंजन बनाने की जीई एयरोस्पेस की पहले की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाएगा।
#WATCH | Lt Gen Sanjay Kulkarni (Retd) terms GE Aerospace deal with HAL to produce fighter jet engines as "historic" pic.twitter.com/AqdkkQFcCD
— ANI (@ANI) June 22, 2023
1986 से जीई एयरोस्पेस भारत के लिए कर रहा काम
जीई एयरोस्पेस ने भारत में 1986 में F404 इंजन के साथ हल्के लड़ाकू विमान (LCA) बनाने के लिए एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी और एचएएल के साथ काम करना शुरू किया था। इसके बाद LCA Mk1 और LCA Mk1A विमानों के लिए काम किया। GE ने कहा कि वह AMCA Mk2 इंजन प्रोग्राम पर भारत सरकार के साथ सहयोग करना जारी रखेगा।