---विज्ञापन---

देश

‘अद्भुत बदलाव का दौर लाएगा अमृत काल’; गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति मुर्मु के संबोधन की 10 बड़ी बातें

President Droupadi Murmu's Address To Nation On Republic Day Eve: राष्ट्रपति ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि अहिंसा केवल एक आदर्श नहीं है जिसे हासिल करना मुश्किल हो, बल्कि यह एक स्पष्ट संभावना है।

Author Edited By : Gaurav Pandey Updated: Jan 25, 2024 20:08
President Droupadi Murmu Address On Republic Day Eve
President Droupadi Murmu Address On Republic Day Eve

President Droupadi Murmu’s Address To Nation On Republic Day Eve : कल यानी शनिवार को भारत की जनता 75वें गणतंत्र दिवस का जश्न मनाएगी। इसकी पूर्व संध्या पर शुक्रवार की शाम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने देश को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए कहा कि हमारे गणतंत्र का 75वां वर्ष कई मायनों में देश की यात्रा में एक ऐतिहासिक पड़ाव है। पढ़िए उनके संबोधन की 10 बड़ी बातें।

---विज्ञापन---

1. राष्ट्रपति ने कहा कि हमारा देश स्वतंत्रता की शताब्दी की ओर आगे बढ़ते हुए अमृत काल के शुरुआती दौर से गुजर रहा है। यह युगांतरकारी परिवर्तन का कालखंड है। उन्होंने कहा कि यह अमृत काल अद्भुत बदलावों का दौर लेकर आएगा।

2. उन्होंने कहा कि हमने अयोध्या में श्रीराम की जन्मस्थली पर बने भव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का ऐतिहासिक कार्यक्रम देखा। भारत की अध्यक्षता में दिल्ली में हुआ G20 शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन हमारी एक अभूतपूर्व उपलब्धि थी।

3. राष्ट्रपति ने कहा कि नारी शक्ति वंदन कानून महिला सशक्तीकरण का एक क्रांतिकारी माध्यम साबित होगा। इससे हमारे शासन की प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने में भी काफी मदद मिलेगी। इससे देश में महिलाओं की स्थिति में भी बड़ा सुधार आएगा।

4. अपने वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों पर हमें हमेशा गर्व रहा है। अब ये पहले से कहीं अधिक कठिन और ऊंचे लक्ष्य प्राप्त कर रहे हैं और उनके अनुसार परिणाम भी हासिल कर रहे हैं। विज्ञान की राह पर भारत रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।

5. राष्ट्रपति ने यह बी कहा कि भारत सरकार ने 81 करोड़ से ज्यादा लोगों को अगले पांच साल तक निशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराने का फैसला लिया है। जनता के हित के लिए चलाया जाने वाला यह शायद इतिहास का सबसे बड़ा कार्यक्रम है।

6. राष्ट्रीय शिक्षा नीति में डिजिटल दूरी को खत्म करने और वंचित वर्गों के विद्यार्थियों के हित में समानता पर आधारित शिक्षा व्यवस्था तैयार करने को प्राथमिकता दी जा रही है। हमारे खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर देश का मान बढ़ाया है।

7. वर्धमान महावीर और सम्राट अशोक से लेकर महात्मा गांधी तक, भारत ने हमेशा कहा है कि अहिंसा एक स्पष्ट संभावना है। आशा है कि संघर्षों में उलझे क्षेत्रों में, उन चुनौतियों को सुलझाने और शांति स्थापित करने के रास्ते बना लिए जाएंगे।

8. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग जैसे तकनीकी बदलाव, असाधारण गति के साथ हमारे दैनिक जीवन का अंग बन गए हैं। भारत को ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों को बढ़ावा देने में अग्रणी योगदान देते हुए मुझे बहुत प्रसन्नता होती है।

9. राष्ट्रपति ने कहा कि मैं अपने उन किसानों और मजदूर भाई-बहनों के प्रति आभार व्यक्त करती हूं जो चुपचाप मेहनत करते हैं और देश के भविष्य को बेहतर बनाने में बहुत बड़ा योगदान देते हैं। सशस्त्र बलों, पुलिस और अर्ध-सैन्य बलों का भी अभिनंदन है।

10. अपने संबोधन के अंत में राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि हम सब यथाशक्ति राष्ट्र और देशवासियों की सेवा में स्वयं को समर्पित करने का संकल्प करें। इस शुभ संकल्प को सिद्ध करने के प्रयास के लिए मैं आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं।

ये भी पढ़ें: कौन हैं वो 31 लोग जिन्हें दिया जाएगा जीवन रक्षा पदक

ये भी पढ़ें: क्या चोरी-छिपे राम मंदिर गए थे Shahrukh Khan?

ये भी पढ़ें: क्या कैटरपिलर के काटने से आ सकता है हार्ट अटैक?

First published on: Jan 25, 2024 08:04 PM

संबंधित खबरें