नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को असम में कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि 70 साल में पार्टी ने पूर्वोत्तर को हिंसा और अराजकता की ओर धकेल दिया। बता दें कि अमित शाह भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ असम में हैं, जहां दोनों नेताओं ने पार्टी के नए राज्य कार्यालय का उद्घाटन किया।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए गृह मंत्री ने कहा कि भाजपा के आठ साल के शासन के दौरान पूर्वोत्तर शांति और विकास के पथ पर आगे बढ़ा है। असम में 9,000 लोगों ने हथियार डाल कर शांति स्थापित की है।
अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी ने कांग्रेस को (2019 में) सत्ता में आने पर पूर्वोत्तर से अफस्पा (AFSPA) हटाने का एजेंडा दिया, तो वह तुष्टिकरण के लिए था। जब मुझसे यह पूछा गया, तो मैंने कहा कि हम पहले पूर्वोत्तर में शांति लाएंगे और फिर AFSPA को हटाएंगे लेकिन केवल तुष्टिकरण के लिए ऐसा नहीं करेंगे।
अमित शाह ने कहा कि असम सरकार से पूर्वोत्तर राज्य को बाढ़ से बचाने के लिए एक दीर्घकालिक योजना तैयार करने को कहा है ताकि और अधिक विकास हो सके। उन्होंने आगे कहा, “पहले असम की पहचान हिंसा, आतंकवाद और विरोध से होती थी। अब यह शांति, बुनियादी ढांचे और विकास के लिए जाना जाता है।”
गृह मंत्री ने कहा, “हमने कभी नहीं सोचा था कि हम अपने विद्यार्थी परिषद के दिनों में असम में अपने दम पर सरकार बनाएंगे। लेकिन आज राज्य में भाजपा का लगातार शासन सर्वांगीण विकास सुनिश्चित कर रहा है।”