केंद्र सरकार का ड्रीम योजना माने जाने वाली प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) खतरे में दिखाई दे रही है। रिपोर्ट में योजना की कई बड़ी खामियां उजागर हुईं हैं। कई लाभार्थियों की आईडी पर एक ही फोटो है। कई के बैंक अकाउंट 11111111111 है। इसके अलावा देशभर में कई ट्रेनिंग सेंटरों पर ताला लग चुका है।
भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) ने केंद्र की प्रमुख कौशल प्रशिक्षण पहल, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) की रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में योजना के कार्यान्वयन में 2015 से 2022 तक 3 चरणों में कई स्पष्ट अनियमितताएं शामिल हैं। CAG ने लोकसभा में पेश की गई लेखापरीक्षा रिपोर्ट में निष्कर्ष दिया। निष्कर्ष महत्वपूर्ण हैं क्योंकि PMKVY सरकार द्वारा युवाओं में बेरोजगारी से निपटने के लिए कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु किए गए प्रमुख प्रयासों में से एक है। आंकड़ों के अनुसार, मई 2025 में 15-29 वर्ष आयु वर्ग में बेरोजगारी दर 15 प्रतिशत थी।
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CAG की रिपोर्ट में मिला कि PMKVY 2.0 और 3.0 से संबंधित आंकड़ों के से पता चला है कि कुल 95,90,801 प्रतिभागियों में से 90,66,264 प्रतिभागियों के ‘बैंक खाता विवरण’ फील्ड में शून्य, ‘नल’, ‘लागू नहीं’ या खाली स्थान था, यानी कुल मामलों का 94.53 प्रतिशत। इसके अलावा बचे 5,24,537 उम्मीदवारों के मामले में, 52,381 प्रतिभागियों के लिए 12,122 अद्वितीय बैंक खाता संख्याएं दो या अधिक बार दोहराई गई थीं।
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