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बिहार में होगा खेला! ओवैसी ने 11 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का किया ऐलान, किसे होगा फायदा?

Asaduddin Owaisis AIMIM Bihar: ओवैसी की पार्टी AIMIM ने बिहार में 11 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। माना जा रहा है कि इससे एनडीए को फायदा मिल सकता है। बिहार विधानसभा चुनाव में ओवैसी की पार्टी ने 5 सीटों पर कब्जा जमाया था।

Edited By : Pushpendra Sharma | Updated: Mar 13, 2024 18:25
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Asaduddin Owaisi

Asaduddin Owaisis AIMIM Bihar: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (AIMIM) ने लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान किया है। एआईएमआईएम ने 11 सीट पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। जानकारी के अनुसार, एआईएमआईएम ने अररिया, कटिहार, किशनगंज, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, उजियारपुर, कारकाट, पूर्णिया और बक्सर से अपने उम्मीदवार लड़ाने का ऐलान किया है। आइए जानते हैं कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के उम्मीदवारों से किसे फायदा हो सकता है।

सीमांचल के हिस्सों में मुस्लिम आबादी से होगा वोटों में बिखराव

कहा जा रहा है कि एआईएमआईएम सीमांचल के हिस्सों में मुस्लिम आबादी होने का फायदा उठाना चाहती है। मुस्लिम इलाकों में पार्टी इंडिया गठबंधन के लिए वोट कटवा भी साबित हो सकती है। जिसका सीधा फायदा एनडीए के प्रत्याशियों को मिल सकता है। इससे कांग्रेस-आरजेडी के वोटरों में बिखराव हो सकता है। इस ध्रुवीकरण का सीधा फायदा बीजेपी-जेडीयू और लोजपा को होगा।

विधानसभा चुनाव में 5 सीटों पर दर्ज की थी जीत

आपको बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम ने 5 सीटों पर जीत हासिल की थी। हालांकि 2022 में 4 विधायकों ने आरजेडी का दामन थाम लिया था, लेकिन एआईएमआईएम बड़े स्तर पर वोट कटवा साबित हुई थी। उसके कई प्रत्याशियों ने कांग्रेस-आरजेडी के वोट काटे थे। यहां तक कि दो दशक से जीतते आ रहे कांग्रेस के दो मुस्लिम विधायक भी हार गए थे। इन सीटों पर एआईएमआईएम ने जीत दर्ज की थी। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में भी एआईएमआईएम के मुस्लिम बहुल इलाकों में प्रत्याशी उतारने से बीजेपी को फायदा पहुंचेगा।

सीट शेयरिंग फाइनल नहीं

हालांकि अभी न तो एनडीए और न ही इंडिया गठबंधन ने अपने प्रत्याशियों का ऐलान किया है। एनडीए में सीट शेयरिंग पर बातचीत चल रही है। वहीं इंडिया गठबंधन में भी सीटों को लेकर पेंच फंसा हुआ है। उल्लेखनीय है कि बिहार में लगभग 16 फीसदी मुस्लिम वोटर हैं, जो करीब 45 सीटों पर सीधा असर डालते हैं। कई इलाकों में मुस्लिम आबादी 40 प्रतिशत तक है। माना जा रहा है कि इन इलाकों में एआईएमआईएम के प्रत्याशी उतरने से कांग्रेस-आरजेडी के उम्मीदवारों की चुनौतियां बढ़ जाएंगी। बता दें कि इससे पहले AIMIM ने यूपी में भी चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।

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First published on: Mar 13, 2024 06:25 PM

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