Aditya L1 Mission Updates: अंतरिक्ष में भारत नित नए कीर्तिमान हासिल कर रहा है। भारत का पहला सूर्ययान यानी सौर मिशन आदित्य एल-1 (Aditya L1 Mission) ने अपनी कक्षा में एक बार फिर बदलाव किया है। इसरो की ओर से रविवार को जानकारी दी गई है कि सफलतापूर्वक तरीके से आदित्य एल-1 की कक्षा को बढ़ाया गया है, जिसे 2 सितंबर को लॉन्च किया गया था। अंतरिक्ष यान अब 296×71,767 किमी की कक्षा में है। आगामी 15 सितंबर को एक बार फिर आदित्य L1 की आर्बिट बढ़ाई जाएगी।
अंतरिक्ष यान पर रखी जा रही है नजर
इसरो ने कहा कि मॉरीशस, बेंगलुरु, एसडीएससी-शार (श्रीहरिकोटा) और पोर्ट ब्लेयर के ग्राउंड स्टेशनों ने इस ऑपरेशन के दौरान उपग्रह को ट्रैक किया गया है। इसरो की ओर से बताया गया है कि 15 सितंबर को भी इस प्रक्रिया को दोहराया जाएगा। इसके बाद आदित्य-एल1 के दो और ऐसे ही प्रयास होंगे।
Aditya-L1 Mission:
The third Earth-bound maneuvre (EBN#3) is performed successfully from ISTRAC, Bengaluru.ISRO's ground stations at Mauritius, Bengaluru, SDSC-SHAR and Port Blair tracked the satellite during this operation.
---विज्ञापन---The new orbit attained is 296 km x 71767 km.… pic.twitter.com/r9a8xwQ4My
— ISRO (@isro) September 9, 2023
इन तारीखों में आदित्य एल-1 ने बदली अपनी कक्षा
जानकारी के मुताबिक, सौर मिशन आदित्य एल-1 दो बार अपनी कक्षाएं बदल चुका है। श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से 2 सितंबर को आदित्य एल-1 को लॉन्च किया गया था। पहली बार इसने 3 सितंबर को अपनी कक्षा बदली थी। इसके बाद दूसरी बार आदित्य एल-1 में अपना कक्षा 5 सितंबर को बदली थी और अब तीसरी बार यानी आज अंतरिक्ष यान ने अपनी कक्षा में बदलाव किया है।
चार महीने में पहुंचेगा अपने स्थान तक
इसरो की ओर से बताया गया है कि अब 15 सितंबर को चौथी बार अपनी कक्षा में बदलाव के बाद सौर मिशन आदित्य एल-1 अपने लंबे सफर पर निकलेगा। बताया गया है कि आदित्य को अपने लक्षित स्थान तक पहुंचने में करीब चार महीने का समय लगेगा। इसके बाद वह अपने अध्ययन में जुट जाएगा।