World No-Tobacco Day 2025: आज वर्ल्ड नो टोबैको डे है। यह दिन तंबाकू से दूरी बनाने के लिए प्रोत्साहन देने के लिए मनाया जाता है। लोगों के बीच तंबाकू कई तरह से मौजूद है। इनमें सबसे प्रमुख सिगरेट है। सिगरेट यानी धूम्रपान, जो हर आयु के लोगों को प्रभावित कर सकती है। मगर आपको जानकर हैरानी होगी कि सिगरेट इकलौती ऐसी तंबाकू युक्त चीज है, जो हर वर्ग में फैली हुई है। महिला, पुरुष, बुजुर्ग से लेकर स्कूली छात्रों में भी सिगरेट पीने की लत देखी जाती है। लोगों ने सिगरेट को हानिकारक माना और इससे दूरी बनाने की शुरुआत भी की, जिसमें सबसे पहले लोगों द्वारा निकोटिन का इस्तेमाल किया गया। अब लोग ग्रीन-सिगरेट उर्फ हर्बल सिगरेट पीने लगे हैं और उसे हानिकारक सिगरेट की जगह बेहतर विकल्प मानने लगे है। क्या यह ऑप्शन सही है? आइए जानते हैं।
क्या है हर्बल सिगरेट?
हर्बल सिगरेट एक ऐसी धूम्रपान करने वाली सिगरेट है, जिसमें तंबाकू की जगह जड़ी बूटियों को मिलाया जाता है। इसे भी सिगरेट की तरह पेपर में रोल किया जाता है और जलाया जाता है। हर्बल सिगरेट को आम सिगरेट की तरह ही स्मोक किया जाता है। लोगों ने इसे जड़ी-बूटी समझकर फायदेमंद और निकोटिन वाली सिगरेट से दूरी बनाने में फायदेमंद समझकर अपनाया है। इसमें मौजूद जड़ी-बूटियां जैसे तुलसी, गुलाब की पत्तियां, पुदीना आदि जलने पर भी जहरीले रसायन (कार्सिनोजेन्स) निकलते हैं। वहीं, इनसे निकलने वाला धुआं भी उतना ही हानिकारक होता है जितना किसी सामान्य सिगरेट का।
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एक्सपर्ट क्या कहते हैं?
मारेंगो एशिया अस्पताल के डॉ. कुणाल बहरानी बताते हैं कि हर्बल सिगरेट में तंबाकू न सही, लेकिन कार्बन मोनोऑक्साइड जैसे खतरनाक गैसें होती हैं जो शरीर को गंभीर नुकसान पहुंचाती हैं। ई-सिगरेट या हर्बल सिगरेट भी दिल की बीमारियों का जोखिम बढ़ाते हैं। कोई भी विकल्प जो फेफड़ों में धुआं पहुंचाता है, सुरक्षित नहीं हो सकता है। लगातार इन सिगरेट का सेवन करने से कई प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं।
इससे होने वाले नुकसान
- हाई ब्लड प्रेशर।
- ब्रेन स्ट्रोक का रिस्क।
- हार्ट अटैक का रिस्क।
- सिरदर्द और माइग्रेन की समस्या।
- लंग कैंसर और माउथ कैंसर भी इन हर्बल सिगरेट से हो सकता है।
सिगरेट छोड़ने के कारगर उपाय
- काउंसलिंग की मदद लें।
- निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरेपी करवा सकते हैं।
- योग, प्राणायाम और मेडिटेशन करें।
- परिवार और दोस्तों से मदद लें।
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