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हेल्थ

World Liver Day 2025: लिवर का स्वस्थ रहना क्यों जरूरी? एक्सपर्ट से जानें

हर साल 19 अप्रैल को वर्ल्ड लिवर डे मनाया जाता है ताकि लोग लिवर की बीमारियों, बचाव और देखभाल के बारे में जागरूक हो सकें। लिवर का स्वास्थ्य सही रखना इसलिए जरूरी है क्योंकि इसके एक नहीं बल्कि 500 काम होते हैं।

Author Edited By : Namrata Mohanty Updated: Apr 18, 2025 15:13

हमारे शरीर में कई जरूरी अंग होते हैं, लेकिन लिवर एक ऐसा ऑर्गन है जो हर पल बिना शोर किए 500 से ज्यादा काम करता है। जब तक यह ठीक से काम करता है, हमें इसकी अहमियत का एहसास नहीं होता। लेकिन जैसे ही यह गड़बड़ करने लगता है, पूरा शरीर प्रभावित हो जाता है। इसलिए कहा जाता है कि अगर लिवर फिट है तो शरीर भी हिट है। हर साल 19 अप्रैल को वर्ल्ड लिवर डे मनाया जाता है, ताकि लोगों को लिवर से जुड़ी बीमारियों और इसकी देखभाल के बारे में जागरूक किया जा सके। इस मौके पर एशियन अस्पताल के डायरेक्टर और गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. अमित मिगलानी ने लिवर की देखभाल से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की हैं और आगाह किया कि अस्वस्थ जीवनशैली कैसे लिवर की बीमारियों का कारण बन रही है।

लिवर की बीमारियां खतरे की घंटी!

डॉक्टरों के मुताबिक, आजकल फैटी लिवर, हेपेटाइटिस और लिवर सिरोसिस जैसी बीमारियां मॉडर्न लाइफस्टाइल, जंक फूड, शराब, मोटापा और तनाव की वजह से बढ़ रही हैं। इसका मतलब है कि हमें अपनी लाइफस्टाइल को बदलना जरूरी है।

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भारत में फैटी लिवर एक बड़ी चुनौती

डॉ. मिगलानी के अनुसार, नॉन-अल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज भारत में तेजी से बढ़ती एक हेल्थ प्रॉब्लम बन रही है। यह समस्या खासतौर पर उन लोगों में ज्यादा देखी जाती है, जो मोटापे, डायबिटीज या हृदय रोग से पीड़ित होते हैं। यह बीमारी खराब खानपान और लाइफस्टाइल से जुड़ी होती है, इसलिए इसे साइलेंट एपिडेमिक भी कहा जाता है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में हर 10 में से लगभग 3 लोग इससे प्रभावित होते हैं, जबकि वैश्विक स्तर पर हर 4 में से 1 व्यक्ति इस बीमारी से पीड़ित है।

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लिवर क्यों है इतना जरूरी?

लिवर शरीर का सबसे बड़ा अंग होता है और इसके कई जरूरी काम हैं जैसे भोजन को ऊर्जा में बदलना, शरीर से टॉक्सिन्स को निकालना, प्रोटीन, विटामिन और खनिजों को स्टोर करना। खून को साफ करना और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाना है।

लिवर डैमेज के संकेत

  • लगातार थकान और कमजोरी होना।
  • पेट में सूजन या दर्द होना।
  • आंखों या त्वचा का पीला पड़ना।
  • भूख न लगना।
  • मिचली या उल्टी महसूस करना।

भारत में लिवर रोगों की स्थिति क्या

विशेषज्ञों का कहना है कि एल्कोहॉलिक लिवर डिजीज और हेपेटाइटिस B व C संक्रमण भारत में लिवर बीमारियों के मुख्य कारण हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, हेपेटाइटिस B और C के मामलों में वृद्धि हुई है, जो लिवर सिरोसिस और लिवर कैंसर की वजह बनते हैं। साथ ही बदलती लाइफस्टाइल और खानपान के कारण भी लिवर डिजीज के मामले बढ़ रहे हैं। इसलिए, समय पर जांच, सही टीकाकरण और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना बेहद जरूरी हो गया है।

डॉक्टर की जरूरी सलाह

  • नियमित रूप से हेल्थ चेकअप कराएं।
  • संतुलित और कम फैट वाली डाइट फॉलो करें।
  • शराब और धूम्रपान से बचें।
  • रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें।
  • वजन नियंत्रित रखें।
  • हेपेटाइटिस-B का टीका लगवाएं।
  • बिना डॉक्टर की सलाह के दवाएं न लें।

लिवर डे पर एक्सपर्ट की सलाह

वर्ल्ड लिवर डे पर डॉक्टर अमित मिगलानी ने अपील की कि लोग अपनी जीवनशैली में बदलाव करें और समय-समय पर जांच जरूर करवाएं। उन्होंने कहा लिवर में खुद को ठीक करने की क्षमता होती है, लेकिन तभी जब हम इसका ध्यान रखें। लिवर कोई शिकायत नहीं करता लेकिन अगर इसे नजरअंदाज किया जाए तो यह गंभीर बीमारी की वजह बन सकता है। लिवर की देखभाल सिर्फ डॉक्टर की नहीं, आपकी भी जिम्मेदारी है।

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

First published on: Apr 18, 2025 03:13 PM

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