ऐसा करके आप दूसरों की हेल्प तो करते ही हैं, इसके साथ ही इसके कई फायदे भी होते हैं। समय आने पर जब कभी खून की जरूरत पड़ती है, तो एक तरह से यह आपकी जरूरत को पूरा करता है। कुछ लोगों को लगता है कि ब्लड डोनेट करने से शरीर में कमजोरी आती है, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। क्योंकि रक्तदान करने के 21 दिन बाद ही खून दोबारा बन जाता है, लेकिन क्या आपने कभी रक्तदान किया है? अगर हां तो आप इसके फायदे बखूबी समझते हैं। अगर आप रेगुलर रूप से ब्लड डोनेट करते हैं या देने के बारे में सोच रहे हैं तो इससे पहले कुछ बातों को ध्यान में रखें..
जान लें ये 10 शर्ते
- ब्लड डोनेशन करने वाले की आयु 18 से 65 साल के बीच होनी चाहिए।
- हीमोग्लोबिन लेवल 12.5 ग्राम प्रति डेसीलीटर या उससे अधिक होना चाहिए।
- कोई गंभीर बीमारी नहीं होनी चाहिए।
- ब्लड देने के समय किसी भी तरह का इन्फेक्शन (जैसे सर्दी, फ्लू, आदि) नहीं होना चाहिए।
- डोनर को HIV, हेपेटाइटिस B या C, सिफलिस, मलेरिया जैसी बीमारियां नहीं होनी चाहिए।
- डोनर ने 6 महीने से कम समय पहले कोई सर्जरी कराई है तो उसे अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
- कुछ ऐसी वैक्सीन है, जिसके बाद 2-4 सप्ताह तक रक्तदान नहीं किया जा सकता है।
- महिलाएं पीरियड, प्रेगनेंसी या स्तनपान के दौरान ब्लड डोनेट नहीं कर सकती हैं।
- ब्लड देने वाले ने पिछले 12 महीनों में किसी दूसरे शख्स से ब्लड न लिया हो।
- टैटू बनवाने के बाद 6 महीने तक ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।