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किन लोगों को होती है गुदगुदी? यहां जानिए बगल, गर्दन या पेट पर ज्यादा महसूस होने के पीछे का साइंस

Gudgudi Hone Ka Matlab: क्या आपके मन में कभी ये सवाल आया है कि आखिर गुदगुदी सिर्फ कुछ ही लोगों को क्यों महसूस होती है? ऐसा किसी बीमारी या कमजोरी होने की वजह से तो नहीं होता? आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं.

Author Edited By : Shadma Muskan
Updated: Dec 18, 2025 18:23
Gudgudi Hone Ka Matlab
ऐसा किसी बीमारी या कमजोरी होने की वजह से तो नहीं होता? Image Credit- Freepik

Why Does Tickling Tickle:  गुदगुदी का नाम सुनते ही हंसने का मन करता है. हाथ लगाने पर तो उनकी बुरी हालत हो जाती है. पेट में बल पड़ जाते हैं और कुछ लोगों का तो सांस भी नहीं आता. लेकिन, सोचने वाली बात है कि कुछ लोगों को गुदगुदी होने (Science Behind Tickling) का एक परसेंट भी एहसास नहीं होता. शरीर के किसी भी अंग पर गुदगुदी नहीं होती है और कुछ लोगों का कहना है कि गर्दन, पैर, बगल और पेट पर तो हर किसी को गुदगुदी होती है. यहां पर हाथ लगाते ही हंसी के दौरे (Why We Laugh During Tickling) पड़ने लगते हैं, लेकिन कुछ लोग नॉर्मल रहते हैं. आखिर ऐसा क्यों है? इसके पीछे कोई मजाक नहीं, बल्कि पूरा साइंस छिपा है. आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं.

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किन लोगों को ज्यादा गुदगुदी होती है?

गुदगुदी होने के पीछे किसी मुलायम चीज का हाथ नहीं होता, बल्कि ये इंसान से नेचर पर निर्भर करता है. इसके पीछे साइंटिफिक कारण नीचे बताए गए हैं.

  • नर्वस सिस्टम का ज्यादा संवेदनशील होना
  • जल्दी सरप्राइज या घबराहट महसूस करना
  • अचानक टच महसूस होना
  • दिमाग का शांत होना
  • मूड और माइंडसेट 

क्यों होती है गुदगुदी?

गुदगुदी होने की वजह स्किन और छुअन है. स्किन के सबसे बाहरी परत को एपिडर्मिस कहते हैं और ये कई नसों से जुड़ा हुआ होता है. अगर कोई हमें गुदगुदी करता है तो दिमाग को सिग्नल मिलता है और गुदगुदी होने का एहसास (Why Tickling Is Feeling) होता है. यह एहसास शरीर के नाजुक हिस्सा और नसों के केंद्र वाले अंगों पर ज्यादा होता है. साथ ही, इन हिस्सों में चर्बी ज्यादा होती है और ये हड्डी से कम घिरे होते हैं. 

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गुदगुदी कितने प्रकार की होती है?

गुदगुदी दो तरह की होती है, पहला निस्मेसिस और दूसरा गार्गलेसिस. निस्मेसिस गुदगुदी वो होती है जिसमें हल्की हलचल महसूस होती है और गार्गलेसिस में गुदगुदी खुद से नहीं होती है, क्योंकि इसमें हल्का दबाव दिया जाता है.

हम खुद को गुदगुदी क्यों नहीं कर पाते?

आप खुद को गुदगुदी नहीं कर पाते, क्योंकि आपका दिमाग स्पर्श की भविष्यवाणी कर लेता है और प्रतिक्रिया को रद्द कर देता है, जिससे कोई आश्चर्य या हंसी नहीं आती. आप कितनी भी गुदगुदी कर लें, लेकिन आपको इसका एहसास नहीं होगा. 

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First published on: Dec 18, 2025 06:23 PM

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