Liver Cancer Causes: शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में लिवर की गिनती होती है. लिवर टॉक्सिंस को फिल्टर करके निकालता है, यह खून को साफ रखता है, बाइल जूस निकालता है जिससे फैट्स बेहतर तरह पच पाते हैं, खाने से न्यूट्रिएंट्स को मेटाबॉलाइज करता है और ग्लाइकोजन को स्टोर करने के साथ ही ब्लड शुगर लेवल्स को रेग्यूलेट करने और इम्यून सिस्टम को सही तरह से काम करने में मदद करता है. ऐसे में अगर लिवर से जुड़ी कोई दिक्कत होती है, लिवर डैमेज (Liver Damage) होता है या लिवर कैंसर होता है तो व्यक्ति के लिए सामान्य तरह से जीवन निर्वाह मुश्किल हो जाता है. यहां जानिए लिवर कैंसर क्या होता है, लिवर कैंसर के शुरुआती लक्षण (Liver Cancer Symptoms) शरीर पर किस तरह नजर आते हैं और इस कैंसर की समय रहते कैसे पहचान की जा सकती है.
स्टेज 1 लिवर कैंसर के लक्षण | Liver Cancer Stage 1 Symptoms And Signs
लिवर कैंसर वो कैंसर होता है जिसमें कैंसर की सेल्स लिवर में बनना शुरू होती हैं. लिवर में अलग-अलग तरह के कैंसर हो सकते हैं लेकिन सबसे सामान्य कैंसर है हेपैटोसेलुलर कार्सिनोमा जिसे हिंदी में यकृत कैंसर कहा जाता है. यह मुख्य लिवर सेल में बनना शुरू होता है. इसके अलावा, इंट्राहेपेटिक कोलेंजियोकार्सिनोमा और हेपेटोब्लास्टोमा लिवर कैंसर के दुर्लभ प्रकार हैं. ज्यादातर लोग लिवर में पनपे गए कैंसर से ज्यादा लिवर तक पहुंचे गए कैंसर का शिकार बनते हैं.
यह भी पढ़ें – पेट के कैंसर की पहली स्टेज में दिखते हैं ये 5 लक्षण, जानिए Stomach Cancer के शुरुआती साइन क्या हैं
लिवर कैंसर के शुरुआती लक्षण पहचान नहीं आते हैं. लेकिन, जब कैंसर कुछ हद तक बढ़ जाता है तो शरीर पर कुछ लक्षण नजर आने लगते हैं.
- तेजी से वजन कम होना शुरू हो जाना.
- भूख में कमी आना.
- उल्टी आना या वक्त-बेवक्त जी मितलाना.
- लिवर के पास और पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द होना.
- शरीर में कमजोरी और हर समय थकान महसूस होना.
- स्किन का पीला (Yellow Skin) नजर आना और आंखों में पीलापन हो जाना यानी पीलिया के लक्षण दिखना.
- मल का सफेद चॉक जैसा नजर आना.
लिवर कैंसर के रिस्क फैक्टर्स
लिवर कैंसर होने के कुछ रिस्क फैक्टर्स हैं जिनसे लिवर कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है –
क्रोनिक इंफेक्शन – हेपेटाइटिस बी (HBV) या हेपेटाइटिस सी (HCV) का क्रोनिक इंफेक्शन लिवर कैंसर की संभावना बढ़ा देता है.
सिरोसिस – लिवर सिरोसिस ऐसी कंडीशन है जिससे लिवर में स्कार टिशूज फॉर्म होने लगते हैं और लिवर कैंसर डेवलप हो सकता है.
डायबिटीज – ब्लड शुगर डिसोर्डर्स से परेशान लोगों को लिवर कैंसर होने का खतरा रहता है.
नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर – लिवर में फैट जमना और लिवर डैमेज होना लिवर कैंसर के खतरे को बढ़ाता है.
आनुवांशिक लिवर डिजीज – किसी व्यक्ति को अगर आनुवांशिक रूप से लिवर की कोई बीमारी है तो लिवर कैंसर का रिस्क बढ़ता है.
अस्वीकरण – इस खबर को सामान्य जानकारी के तौर पर लिखा गया है. अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें या चिकित्सक से परामर्श करें. न्यूज 24 किसी तरह का दावा नहीं करता है.
यह भी पढ़ें – Vitamin B12 की कमी के ये वॉर्निंग साइन कभी नहीं करने चाहिए इग्नोर, एक्सपर्ट ने बताया कैसे पहचानें लक्षण