Fatty Liver Disease: फैटी लिवर ऐसी कंडीशन है जिसमें लिवर पर फैट जमने लगता है. इसके शुरुआत में कुछ खास लक्षण नजर नहीं आते लेकिन धीरे-धीरे परेशानी बढ़ती चली जाती है. फैटी लिवर 2 तरह का होता है एक नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज (Non Alcoholic Fatty Liver) और दूसरा एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज. फैटी लिवर में इंफ्लेमेशन और लिवर सेल डैमेज होता है जिससे लिवर सिरोसिस, लिवर फेलियर और लिवर कैंसर हो सकता है. ऐसे में समय रहते फैटी लिवर को ठीक करना जरूरी होता है. यहां ऐसी ही एक ड्रिंक का जिक्र किया जा रहा है जो फैटी लिवर को ठीक कर सकती है. फोर्टिस अस्पताल (Fortis Hospital) के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट और हेपाटोलॉजिस्ट डॉ. शुभम वत्सया ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल से वीडियो शेयर किया है जिसमें वे बता रहे हैं कि लिवर का फैट घटाने में कौन सी ड्रिंक कमाल का असर दिखाती है.
फैटी लिवर कम करने वाली ड्रिंक | Drink That Reduces Fatty Liver Disease
डॉ. शुभम वत्सया ने बताया कि ब्लैक कॉफी (Black Coffee) लिवर पर जमे फैट को पिघला सकती है. इस कॉफी को बिना चीनी और दूध के बनाएं और पिएं. डॉक्टर ने बताया कि कई रिसर्च यह कहती है कि कॉफी ऐसा सब्सटेंस है जो लिवर फैट को गलाता है. डॉक्टर का कहना है कि अगर आप दिन में 3 से 4 कप ब्लैक कॉफी पीते हैं तो इससे लिवर फैट कम होता है, लिवर हेल्थ प्रोटेक्ट होती है, मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है और फैट बिल्डअप कंट्रोल में रहता है.
फैटी लिवर के क्या लक्षण हैं (Fatty Liver Symptoms)
- फैटी लिवर में हमेशा थका हुआ महसूस होता है और बीमार महसूस होने लगता है
- पेट के ऊपरी हिस्से पर दर्द होता है
- वजन कम हो सकता है.
- भूख ना लगना या खाने में इंट्रस्ट ना आना.
फैटी लिवर होने के साइन (Fatty Liver Signs)
कुछ ऐसे साइन हैं जो ये बताते हैं कि हो सकता है कि आपको फैटी लिवर हो गया है –
- पीलिया होना, आंखों का पीला दिखना, स्किन का पीला पड़ना
- चोट लगना और जल्दी ना भरना
- उल्टी में खून नजर आना
- पेट फूल जाना
- पेशाब का डार्क (Dark Urine) दिखना
- मल में कालापन नजर आना
- स्किन पर खुजली होना.
नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर के रिस्क फैक्टर्स (Risk Factor Of Fatty Liver)
शराब ज्यादा पीने से फैटी लिवर हो सकता है, लेकिन जो लोग शराब नहीं पीते हैं तो उन्हें हुए फैटी लिवर डिजीज को नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज कहते हैं. नॉन फैटी लिवर क्यों होता है इसकी कोई सटीक वजह नहीं है लेकिन कई रिस्क फैक्टर्स हैं जौ फैटी लिवर होने की वजह हो सकते हैं. जैसे –
- डायबिटीज या प्रीडायबिटीज के मरीजों को फैटी लिवर हो सकता है
- मोटापा फैटी लिवर के रिस्क फैक्टर्स में शामिल है
- खून में फैट की मात्रा ज्यादा होना, कॉलेस्ट्रोल या ट्राइग्लाइसेराइड्स होना
- हाई ब्लड प्रेशर होना
- कुछ दवाओं का सेवन
- तेजी से वजन कम होना
- टॉक्सिंस की चपेट में आना
- हेपेटाइटिस सी जैसे इंफेक्शन भी फैटी लिवर डिजीज की वजह बन सकते हैं.
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