Colorectal Cancer Symptoms: कोलोरेक्टल कैंसर बड़ी आंत का कैंसर (Badi Aant Ka Cancer) है जिसे कोलन कैंसर (Colon Cancer) भी कहते हैं. यह कैंसर आंत या मलाशय के टिशूज में पनपता है. कोलन बड़ी आंत का पहला और सबसे बड़ा हिस्सा है. यह खाने से पानी और पोषक तत्वों को सोखता है और बचे-कुचे पदार्थ को शरीर से मल की तरह निकाल देता है. बड़ी आंत का सबसे निचला हिस्सा रेक्टम है जो मल को स्टोर करता है और शरीर से निकालता है. कोलन से शुरु हुए कैंसर को कोलन कैंसर कहते हैं, मलाशय में हुए कैंसर को रेक्टल कैंसर कहते हैं और इन दोनों में से किसी में भी हुए कैंसर को कोलोरेक्टल कैंसर कहा जाता है.
बड़ी आंत के कैंसर के क्या लक्षण हैं | Colorectal Cancer Symptoms
बड़ी आंत के कैंसर के शुरुआती लक्षण नजर आना मुश्किल होता है. लेकिन, अगर लक्षण दिख रहे हैं तो कुछ इस तरह के होते हैं –
- दस्त लग सकते हैं.
- कब्ज हो सकती है जो लंबे समय तक ठीक ना हो.
- ऐसा महसूस होता है कि पेट पूरी तरह साफ नहीं हो रहा है.
- मल की शेप रोजाना की तरह नहीं दिखती बल्कि अलग नजर आती है. मल पतला दिख सकता है.
- मल में खून नजर आता है या डार्क स्पॉट्स दिखते हैं.
- रोजमर्रा में कभी भी पेट में गैस बन जाती है, पेट फूल जाता है या दर्द रहने लगता है.
- शरीर में हर समय थकान महसूस होती है.
- बिना किसी वजह वजन कम होने लगता है.
बड़ी आंत का कैंसर होने के क्या कारण हैं
जेनेटिक मटीरियल यानी DNA में बदलाव होने पर बड़ी आंत का कैंसर हो सकता है. लेकिन, बड़ी आंत के कैंसर की सटीक वजह पता नहीं चली है. यह आनुवांशिक भी हो सकता है. हालांकि, लाइफस्टाइल की बुरी आदतें, वातावरण और खानपान से जुड़ी आदतें आंतों के कैंसर की वजह (Colorectal Cancer Causes) बन सकती है.
किन लोगों को हो सकता है बड़ी आंतों का कैंसर
- जिन लोगों की उम्र ज्यादा है उन्हें आंतों का कैंसर होने का खतरा ज्यादा होता है.
- परिवार में किसी को अगर कभी आंतों का कैंसर रहा हो तो व्यक्ति को आंत का कैंसर होने की संभावना रहती है.
- आंत पर एडेनोमा होना. यह आंत में हो सकते हैं और कैंसर बन सकते हैं.
- दिन में 3 से ज्यादा बार शराब पीने पर इस कैंसर का खतरा बढ़ता है.
- धूम्रपान आंतों के कैंसर के रिस्क फैक्टर्स में शामिल है.
- मोटापा भी इस कैंसर की वजह बन सकता है.
बड़ी आंत के कैंसर का इलाज कैसे होता है
बड़ी आंतों के कैंसर का इलाज (Colorectal Cancer Treatment) उम्र, स्वास्थ्य और कैंसर कितना गंभीर है इसपर निर्भर करता है. आमतौर पर आंतों के कैंसर में सर्जरी की जाती है, रेडियोफ्रीक्वेंसी अब्लेशन प्रोसीजर होता है जिसमें एब्नॉर्मल सेल्स को हटा दिया जाता है. कीमोथेरैपी, रेडिएशन थेरैपी या इम्यूनोथेरैपी आंतों के कैंसर के ट्रीटमेंट में होती हैं. क्रायोसर्जरी और टार्गेटेड थेरैपी से भी आंतों के कैंसर को ट्रीट किया जाता है.
अस्वीकरण – इस खबर को सामान्य जानकारी के तौर पर लिखा गया है. अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें या चिकित्सक से परामर्श करें. न्यूज24 किसी तरह का दावा नहीं करता है.


 
 










