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यूरिन की हर समस्या से छुटकारा दिलाएगी पतंजलि की दिव्य सिस्टोग्रिट डायमंड टैबलेट, जानें फायदे

Health Tips: पतंजलि दिव्य सिस्टोग्रिट डायमंड टैबलेट मूत्राशय, किडनी और यूरिन इंफेक्शन के इलाज में उपयोगी आयुर्वेदिक दवा है. आइए जानते हैं इस दवा के फायदे, सामग्री और सेवन विधि के बारे में सब कुछ.

Author Written By: Namrata Mohanty Author Published By : Namrata Mohanty Updated: Oct 17, 2025 13:58
PATANJALI

Health Tips: आज के समय में लोगों को यूरिन से संबंधित बीमारियां बहुत ज्यादा होने लगी है. इसमें ब्लैडर में इंफेक्शन और कैंसर सबसे आम है. इसका आयुर्वेदिक इलाज ढूंढ रहे हैं तो पतंजलि की दिव्य सिस्टोग्रिट डायमंड दवा को चुन सकते हैं. पतंजलि आयुर्वेद द्वारा निर्मित दिव्य सिस्टोग्रिट डायमंड टैबलेट एक नेचुरल हर्बल और मिनरल तत्वों से बनी दवा है, जो मूत्राशय, गुर्दे और यूरिन रिलेटिड डिजीज में लाभकारी मानी जाती है. यह टैबलेट प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथों में वर्णित जड़ी-बूटियों से तैयार की गई है, जो शरीर की प्राकृतिक कार्यप्रणाली को भी संतुलित करने में मदद करती है.

दवा के प्रमुख गुण और विशेषताएं

दिव्य सिस्टोग्रिट डायमंड टैबलेट का रंग हल्के से गहरे पीले-भूरे रंग का होता है और यह गोल तथा फिल्म-कोटेड रूप में आती है. इसकी सुगंध और स्वाद विशिष्ट होते हैं, जो इसे अन्य सामान्य टैबलेट्स से अलग बनाते हैं. इस टैबलेट में कई आयुर्वेदिक गुण पाए जाते हैं, जो मूत्र मार्ग की शुद्धि और रोगों के निवारण में अहम भूमिका निभाते हैं.

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दवा की प्रमुख सामग्रियां

कांचनार- यह ग्रंथियों की सूजन और मूत्राशय से जुड़ी गड़बड़ियों को दूर करने में सहायक है.

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हल्दी- एक शक्तिशाली एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व, जो शरीर की सूजन को कम करता है और संक्रमण से बचाता है.

शिला सिंदूर- रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और शरीर की कोशिकाओं को ऊर्जा प्रदान करता है.

मुक्ताशुक्ति पिष्टी- मूत्र मार्ग की जलन और असंतुलन को शांत करता है तथा शरीर में ठंडक पहुंचाता है.

मोती पिष्टी- मानसिक और शारीरिक शांति प्रदान करता है, साथ ही गुर्दे के कार्य को समर्थन देता है.

ताम्र भस्म- शरीर के विषैले तत्वों को बाहर निकालने में सहायक है और मूत्र प्रणाली को शुद्ध करता है.

हीरक भस्म- यह दुर्लभ और मूल्यवान तत्व शरीर की प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ाता है तथा आंतरिक ऊर्जावान संतुलन बनाए रखता है.

दवा खाने का सही तरीका समझें…

हालांकि, इस दवा को चिकित्सक की सलाह के अनुसार दो गोलियां दिन में दो बार, भोजन के बाद गुनगुने पानी के साथ सेवन करना होता है. मगर आप कोई और दवा भी खाते हैं तो इस दवा का सेवन करने से पहले जांच जरूर करवा लें.

दवा के लाभ

  • UTI जैसी समस्याओं से राहत मिलेगी.
  • किडनी की कार्यक्षमता में सुधार होगा.
  • बार-बार पेशाब आने या जलन में लाभ होगा.
  • मूत्राशय की सूजन और दर्द में आराम.
  • शरीर से टॉक्सिन्स को रीलिज करता है.

कुछ सावधानियां भी जरूरी

  • इस दवा के सेवन से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें.
  • गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी खाने से बचना चाहिए.
  • बच्चों की पहुंच से दूर रखें और ठंडी, सूखी जगह पर स्टोर करें.

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First published on: Oct 17, 2025 01:58 PM

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