Urine Problems: बदलती जीवनशैली के चलते लोगों को तरह-तरह की बीमारियां होने लगती हैं। खराब लाइफस्टाइल हर तरह के रोगों का कारण होता है। आजकल पेशाब से जुड़ी बीमारियों के मामले भी काफी बढ़ गए हैं। इनमें से एक परेशानी होती है धीरे-धीरे पेशाब करने की। यह समस्या अधिकतर लोगों को तब होती है, जब उनकी आयु बढ़ने लगती है। हालांकि, पेशाब के बारे में कहा जाता है कि डायबिटीज और किडनी की बीमारियों में इसकी समस्या ज्यादा होती है, मगर कई बार हमारे शरीर के अंदर यूटीआई का संक्रमण शुरू होने लगता है। इसके शुरुआती लक्षणों में हमेशा पेशाब धीरे-धीरे और बार-बार आने की समस्या होती है। इस पर हमें आचार्य तन्मय गोस्वामी ने बताया कि क्यों यह दिक्कत बढ़ने लगी है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
आयुर्वेदिक डॉक्टर तन्मय गोस्वामी बताते हैं कि यूरिन से संबंधित बीमारियों के पीछे कारण ब्लैडर की कमजोरी हो सकता है। इसमें मरीज यूरिन कंट्रोल नहीं कर पाता है और ड्रिबल आउट की स्थिति का सामना करता है। अगर किसी को बार-बार पेशाब आता है, तो इसका मतलब है उस शख्स का प्रोस्टेट खराब है या उसमें कोई दिक्कत है। ऐसे लोगों को कभी भी एकबार में पेशाब करने के बाद संतुष्टि महसूस नहीं होती है क्योंकि यूरिन पूरी तरह नहीं निकलता है। इसके बाद आता है डायबिटीज। इन लोगों का शुगर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है और इंसुलिन का स्तर गिरता है इसलिए इन्हें भी पेशाब से जुड़ी समस्या होती है। इनको भी पेशाब बार-बार आता है।
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स्टडी में भी हुआ खुलासा
एक्सपर्ट बताते हैं कि कई मेडिकल रिपोर्ट्स में इस बात का खुलासा किया गया है कि 42 से 60 साल के लोगों में ब्लड शुगर का स्तर नॉर्मल से थोड़ा हाई पाया जाता है। इसलिए, पेशाब की समस्याएं आम हो गई है। इसके अलावा, सेडेंटरी लाइफस्टाइल के भी कई फैक्टर्स के चलते पेशाब धीरे-धीरे या फिर बार-बार आने की समस्या होती रहती है। पेशाब की समस्या में राहत पाने के लिए त्रिफला का सेवन करना फायदेमंद होता है।
इस घरेलू उपाय की मदद से दूर होगी परेशानी
एक्सपर्ट कहते हैं आपको यूरिन प्रॉब्लम से राहत पाने के लिए त्रिफला और गुडुची पाउडर का सेवन करना चाहिए। इसके लिए हमें 200 एमएल पानी में 1 चम्मच त्रिफला चूर्ण और गुडुची चूर्ण मिलाकर उबालना चाहिए। इसे अच्छे से पकाने के बाद पिएं। आपको इसे दिन में दो बार, एक बार सुबह और शाम को खाना खाने के बाद पीना चाहिए।
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