Herbs For Testosterone: आमतौर पर पुरुष हार्मोन को टेस्टोस्टेरोन कहा जाता है। इसी हार्मोन की वजह से पुरुषों में उनकी आवाज में चेंज, चेहरे पर दाढ़ी और मूंछ का आना, मसल्स की ग्रोथ के साथ सेक्सुअल लाइफ में बदलाव देखने को मिलता है। ये हार्मोन पूरे शरीर के लिए काम करते हैं, जो कई एक्टिविटी को कंट्रोल करते हैं। कई प्रकार के हार्मोन की अलग-अलग रोल होते हैं, जैसे- ग्रोथ में मदद करना, शरीर के तापमान को बनाए रखना और प्यास को कंट्रोल करना आदि। इनमें से सबसे लोकप्रिय हार्मोन टेस्टोस्टेरोन है। यह पुरुष और महिला दोनों के शरीर में सबसे अहम हार्मोन में से एक है। हालांकि, यह महिलाओं के मुकाबले पुरुषों के लिए ज्यादा जरूरी है।
टेस्टोस्टेरोन शरीर को मजबूत बनाता है और ऑर्गन को हेल्दी रखने में भी मदद करता है। इसलिए, शरीर को नॉर्मल कामकाज के लिए टेस्टोस्टेरोन का अच्छा लेवल होना जरूरी है। हालांकि, जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, शरीर में टेस्टोस्टेरोन का लेवल कम होने लगता है, जिससे गंभीर समस्याएं पैदा होती हैं। ऐसे में टेस्टोस्टेरोन के लेवल को बनाए रखने में कुछ जड़ी बूटियों का इस्तेमाल करने से इनका लेवल बनाने में मदद मिलती है।
टेस्टोस्टेरोन का लेवल बनाए रखने के लिए ये जड़ी बूटियों यूजफुल
पंक्चर वाइन (Puncturevine)
यह जड़ी-बूटी सबसे ज्यादा टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने वाले पौधों में से एक है। पंक्चर वाइन में स्पर्म की संख्या बढ़ाने, पुरुषों में कामेच्छा (libido) और ताकत बढ़ाने के साथ-साथ टेस्टोस्टेरोन के प्रोडक्शन को बढ़ाने की कैपेसिटी के कारण मांसपेशियों के निर्माण की काफी क्षमता है। पंक्चर वाइन के पौधे की पत्ती, फल और जड़ चाय, कैप्सूल और गोलियों के रूप में उपलब्ध हैं।
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एपिमीडियम (Epimedium)
इस पौधे में मजबूत मेडिसिनल कैपेबिलिटी होती है, जो टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के डिस्चार्ज को बढ़ाने में मददगार होती है। कारिन, जो इस जड़ी बूटी में पाया जाने वाला एक एक्टिव केमिकल है, टेस्टोस्टेरोन को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाता है।
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अश्वगंधा (Ashwagandha)
यह एक बारहमासी जड़ी बूटी है, जिसमें मेडिसिनल प्रॉपर्टीज हैं, जो टेस्टोस्टेरोन और कामेच्छा को बढ़ाने का काम करती है। यह ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन (Luteinizing hormone) को उत्तेजित करता है और पुरुषों में सेक्सुअल हार्मोनल संतुलन को एक्टिव करता है। अश्वगंधा कोर्टिसोल के लेवल को 28% तक कम करके और नींद के पैटर्न को सही करता है। इसका यूज पुरुषों में मांसपेशियों और सहनशक्ति में सुधार के लिए एक सप्लीमेंट के रूप में किया जा सकता है। आमतौर पर पुरुषों की जड़ी-बूटी के रूप में जानने वाला अश्वगंधा तनाव के कारण होने वाले शुगर से जुड़े ब्लड प्रेशर को कम करता है।
शिलाजीत (Shilajit)
शिलाजीत एक गाढ़ा ब्राउन कलर का चिपचिपा पदार्थ (Sticky Substance) है, जो न केवल आपकी सेक्स ड्राइव को बढ़ाता है बल्कि आपके शरीर को मजबूत करते हुए मसल्स को रेगुलेट करने में भी मदद करता है। इससे भी बड़ी बात यह है कि यह स्पर्म के प्रोडक्शन को बढ़ाता है और शरीर में रेड ब्लड सेल्स में सुधार करता है। अगर आपको लगता है कि टेस्टोस्टेरोन के लो लेवल के कारण काम में बाधा आ रही है, तो शिलाजीत के स्वास्थ्य लाभों के बारे में आपको जानना चाहिए।
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देवदार की छाल (Pine Bark)
ये पाइन छाल के अलग-अलग तरह के नाम हैं, जिन्हें Pinus pinaster भी कहा जाता है। ये केमिकल खराब कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम कर सकते हैं। इसके अलावा, हाल ही हुई स्टडी से संकेत मिलता है कि एल-आर्जिनिन को पाइन छाल के डालकर मिलाने से टेस्टोस्टेरोन बढ़ सकता है। हालांकि, अगर आप Anticoagulant या immunosuppressive या कीमोथेरेपी दवाएं ले रहे हैं, तो पाइन छाल के अर्क का इस्तेमाल न करें।
मलेशियाई जिनसेंग (Malaysian Ginseng)
इसका एक एग्जांपल पैनेक्स जिनसेंग (जिसे एशियाई जिनसेंग भी कहा जाता है) है, जिसके बारे में ज्यादा लोग जानते हैं। अगर आपको ऐसा लगता है कि जितने भी जिनसेंग के बारे में आप जानते हैं वे सभी मलेशियाई जिनसेंग के संबंध में किसी भी कैटेगरी में फिट नहीं बैठते हैं, तो इसका मतलब है कि उसमें कुछ मिलावट है। फिर भी, जिनसेंग सूजन के इलाज और डायबिटीज को कंट्रोल करने में अच्छा काम करती है। यह यूरिकोमा लोंगिफोलिया नामक एक कामोत्तेजक (काम की इच्छा को तेज करने वाला) भी है, जो टेस्टोस्टेरोन में सुधार करता है। हर दिन 300 mg से 400 mg के बीच डोज लेने की सलाह तभी की जाती है जब पेट की परेशानी जैसे कोई कारण न हों।
सॉ पामेटो (Saw Palmetto)
पुरुषों की हेल्थ को सॉ पामेटो जड़ी बूटी से ठीक किया जा सकता है, जो कामेच्छा और प्रोस्टेट सपोर्ट के लिए जाना जाता है। साथ ही, इसका टेस्टोस्टेरोन पर प्रभाव पड़ता है। पहले से मौजूद लेवल को बचा कर रखने और उन्हें नीचे नहीं जाने देने में इसका अधिक महत्वपूर्ण काम हो सकता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि ऐसा तब होता है जब सॉ पामेटो टेस्टोस्टेरोन को तोड़ने में शामिल एंजाइम की एक्टिविटी को कम कर देता है।
ट्रिबुलस (Tribulus)
ट्रिबुलस टेरेस्ट्रिस का यूज पहले से औषधि के रूप में किया जाता रहा है। महिलाओं के लिए यह पीसीओएस के लिए एक नेचुरल रेमेडीज है। पुरुषों में यह टेस्टोस्टेरोन जैसे स्पेसिफिक सेक्स हार्मोन के प्रोडक्शन को बढ़ावा देने में हेल्प कर सकता है। पश्चिमी देशों में ट्रिबुलस का इस्तेमाल आमतौर पर जड़ी-बूटी के रूप में नहीं किया जाता है। इसलिए गलत लेबल वाले ट्रिबुलस सप्लीमेंट से बचना चाहिए। टेस्टोस्टेरोन के लिए जड़ी-बूटियों का उपयोग हजारों सालों से सेक्सुअल डिजायर को बढ़ाने और बनाए रखने, मांसपेशियों को बढ़ाने और प्रोडक्शन कैपेसिटी में सुधार करने के लिए किया जाता है। टेस्टोस्टेरोन का ऑप्टीमल लेवल अन्य शारीरिक लाभों के साथ-साथ एनर्जी और फोकस के लेवल को बनाए रखने में भी मदद करता है।
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