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क्या Spine Cancer का शुरुआती संकेत है पीठ दर्द? जानें कारण

Spine Cancer Symptoms: पीठ दर्द एक आम समस्या है जिसका अनुभव लोग अपने जीवन में कभी न कभी तो करते ही हैं। जबकि ज्यादातर पीठ दर्द मांसपेशियों की समस्याओं से संबंधित होते हैं, यह पहचानना जरूरी है कि लगातार या असामान्य पीठ दर्द रीढ़ की हड्डी के कैंसर का भी संकेत हो सकता है। चलिए जानते हैं, इस बारे में।

Edited By : Namrata Mohanty | Updated: Oct 17, 2024 13:54
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Spine Cancer Symptoms: पीठ के दर्द की समस्या एक आम समस्या है। यह किसी को भी हो सकता है। पीठ में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे ज्यादा भारी सामान उठाना, ज्यादा चलना, मोच आ जाना या फिर पोषक तत्वों की कमी होना। कुछ हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि हमेशा होने वाला पीठ का दर्द सामान्य नहीं है। इसका संबंध स्पाइन कैंसर से भी हो सकता है।

स्पाइन कैंसर क्या है?

इस कैंसर में रीढ़ की हड्डी और उसके आस-पास की त्वचा पर ट्यूमिर बनता है। स्पाइन कैंसर के प्राथमिक और द्वितीयक प्रकारों में बांटा गया है। प्राथमिक स्पाइन कैंसर Vertebrate या आस-पास की संरचनाओं में उत्पन्न होता है, जबकि सेकेंडरी स्पाइन कैंसर तब होता है जब कैंसर शरीर के अन्य भागों, जैसे फेफड़े या स्तन से फैलता है। इस कैंसर का कमर से ऊपर होना आम है और अक्सर गंभीर बीमारी का संकेत होता है।

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टाइम्स नाऊ की एक रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्टर अर्जुन धवले, जो एक ऑर्थोपेडिक सर्जन हैं ने इनसे बात करते हुए बताया कि इस प्रकार के दर्द का अनुभव करना ट्यूमर का संकेत है। स्पाइनल कैंसर के लिए आपको तुरंत मेडिकल जांच, जरूरी टेस्ट करवाने चाहिए ताकि जल्द से जल्द निदान किया जाए। डॉक्टर के अनुसार, स्पाइनल कैंसर का सबसे मुख्य कारण शरीर में डिफेक्टिव जीन्स का एक्टिव होना है। स्पाइन कैंसर के अधिकतर मामले शरीर के अंदरूनी अंगों से फैलने के पाए गए हैं।

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फोटो क्रेडिट- फ्रीपिक

स्पाइन कैंसर के शुरुआती संकेत

इसमें पीठ में दर्द धीरे-धीरे शुरू होता है और फिर अचानक बढ़ जाता है।
आराम करने पर भी राहत ना मिलना और रात के समय ज्यादा दर्द होना।
पीठ के निचले हिस्से में झटके वाला दर्द महसूस होना।
इसके अलावा, मांसपेशियों में दर्द, झुनझुनाहट, यौन रोग तथा चलने में परेशानी होना भी आम है।

स्पाइन कैंसर की जांच कैसे करें?

इसके लिए सबसे पहले किसी विशेषज्ञ की सलाह लें, इसके बाद खून की जांच करवाएं।  स्पाइनल टैप्स, यूरिन टेस्ट, MRI, MRS व अन्य जांचें भी करवानी होंगी। इन सभी जांचों के बारे में आपको डॉक्टर बता देंगे।

स्पाइन कैंसर से बचाव के तरीके

  • अपने वजन को नियंत्रित रखें।
  • शराब और धूम्रपान करने से बचें।
  • रोजाना एक्सरसाइज करें।

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

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Written By

Namrata Mohanty

First published on: Oct 17, 2024 01:54 PM

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