42 Percent Patients Suffering From Skin Diseases Suffer From Sleep Disorders: त्वचा संबंधी रोगों से पीड़ित 42 फीसदी लोग ठीक से नींद नही ले पाते है। नींद पूरी न होने की वजह से उनकी सेहत पर गलत असर पड़ता है। ऐसे मरीज खासकर थकान, आलस, आंखों में जलन, बार-बार जम्हाई जैसी समस्याओं से ग्रस्त रहते हैं। जानकारी के अनुसार 20 देशों में 50 हजार से ज्यादा लोगों में यह समस्या रहती है।
त्वचा संबंधी रोग आपकी नींद में खलल डाल सकते हैं, एक नए अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन से पता चला है। अध्ययन में मरीजों की नींद की गुणवत्ता और उनके पूरे स्वास्थ्य पर त्वचा रोगों के प्रभाव की जांच की गई। ऑल प्रोजेक्ट, जो कि, एक व्यापक अंतरराष्ट्रीय शोध पहल है, इसके विभिन्न त्वचा संबंधी परिस्थितियों के नतीजों का आकलन करने के लिए 20 देशों में 50,000 से अधिक लोगों की जांच की गई है।
42 प्रतिशत रोगी रात में आराम से सो नहीं पाते
त्वचा रोगों से पीड़ित 42 प्रतिशत रोगी नींद की गड़बड़ी से पीड़ित हैं। इन गड़बड़ियों का जीवन की गुणवत्ता पर दूरगामी प्रभाव पड़ते हैं, इनमें से लगभग आधे 49 प्रतिशत रोगियों को काम के दौरान चिडचिड़ापन महसूस होता है, जबकि 19 प्रतिशत लोगों को त्वचा संबंधी कोई समस्या नहीं होती है।
खुजली के 60 प्रतिशत और जलन या झुनझुनी के 17 प्रतिशत को त्वचा रोगों के रोगियों की नींद में बाधा डालने वाले प्रमुख लक्षणों के रूप में पहचाना गया।बिना त्वचा रोग वाले लोगों की तुलना में इन रोगियों में जागने पर थकान, दिन में नींद आना, आंखों में झुनझुनी के और बार-बार जम्हाई आने के मामले अधिक देखे गए।
संक्रमण के कई कारण
अस्वस्थ जीवनशैली, तनाव की अधिकता, हार्मोन असंतुलन,केमिकल प्रोडक्ट का ज्यादा उपयोग करना कई तरह के संक्रमण हमारी त्वचा को नुकसान पंहुचाते है। ये रोग, खुजली, सूजन चकत्ते और अन्य त्वचा परिवर्तन का कारण हो सकते है। वहीं त्वचा संबधी कुछ बीमारियां आनुवंशिक भी होती है।
बदलता हुआ मौसम भी हो सकता वजह
बदलते हुए मौसम की वजह से दुनिया भर में बढ़ रही उमस भरी गर्मी भी त्वचा के लिए खतरनाक साबित होती है। हर व्यक्ति में इसके प्रभाव थोडे समय के लिये या स्थायी, दर्दनाक या दर्दरहित होते है। कुछ संक्रमण मामूली हो सकते हैं जबकि कई घातक भी होते हैं, अध्ययन के अनुसार अलग- अलग प्रकार के त्वचा संबधी लक्षण व्यक्ति में भिन्न हो सकते है। वहीं कई बार गंदे कपड़ो और जूतों से भी खुजली हो सकती है।