Robotic Surgery: जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है वैसे ही घुटनों से जुड़ी परेशानी तेजी से बढ़ रही है। बुजुर्गों में अक्सर घुटनों की परेशानी देखी जाती है। कई लोग दवाई का सेवन करते हैं तो कोई सर्जरी करा लेता है। घुटनों में दर्द से राहत पाने के लिए आजकल तो बस एक ऑप्शन होता है और वो है घुटनों का ट्रांसप्लांट कराना। मेडिकल साइंस ने इतनी तरक्की कर ली है कि हर समस्या का समाधान मिल ही जाता है। इनमें से एक है रोबोटिक सर्जरी। जिसमें घुटनों का सटीक तरीके से ट्रांसप्लांट करा सकते हैं। सबसे अच्छी बात है इसमें कम खर्चा आता है और ये किसी चमत्कार से कम नहीं है।
क्या होती है रोबोटिक सर्जरी?
रोबोटिक सर्जरी को लेप्रोस्कोपिक सर्जरी (Laparoscopy Surgery) का ही एक रूप कह सकते हैं। ज्यादातर लोग रोबोटिक सर्जरी को की-होल सर्जरी टर्म से जानते और समझते हैं। लेकिन लेप्रोस्कोपिक सर्जरी में इक्विपमेंट आसानी से घूम नहीं पाते हैं। रोबोट की बांह में फुलक्रम (Fulcrum) होने की वजह से शरीर की मुश्किल से मुश्किल जगह पर आसानी से सर्जरी हो जाती है। इस तरह डॉक्टर मुश्किल सर्जरी को रोबोट की मदद से आसानी से कर लेते हैं।
घुटनों को फिट कैसे रखा जाए
पैरों को बिना दर्द और परेशानी के चलाना है तो हर रोज साइकिल चलाकर जाएं। अगर दर्द ज्यादा है तो राहत के लिए पेन किलर ले सकते हैं। लेकिन ज्यादा पेन किलर खाना भी शरीर के लिए घातक हो सकता है। इसके साइड इफेक्ट जैसे आंख, किडनी, लिवर को बीमार कर सकती है। इसलिए जितना हो सके पेनकिलर खाने से बचें और अगर लेते हैं तो डॉक्टर से सलाह करने के बाद ही पेन किलर खाएं।
घुटनों को फिट रखने के लिए सबसे बेहतर तरीका है अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करें, एक्सरसाइज और हेल्दी खाना लें। खान-पान को सही रखें और वजन को न बढ़ने दें। अगर घुटनों में काफी दर्द है तो ऐसे में ज्यादा सीढ़ियां ना चढ़े। मैन्युअल ट्रांसप्लांट से ज्यादा अब रोबोटिक सर्जरी बेस्ट मानी जाती है।
इन बीमारियों में सही रहती है रोबोटिक सर्जरी
- किडनी की बीमारी
- प्रोस्टेट
- एसोफैगस (esophagus)
- लीवर
- ओवरी
- गर्भाशय
- लार्ज इंटेस्टाइन
- लिम्फ नोड्स के कैंसर
Disclaimer: इस लेख में बताई गई जानकारी और सुझाव को पाठक अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। News24 की ओर से किसी जानकारी और सूचना को लेकर कोई दावा नहीं किया जा रहा है।