Prostate Cancer Symptoms: कैंसर आज एक वैश्विक स्वास्थ्य समस्या है, जो काफी लोगों को प्रभावित कर चुकी है। वहीं, भारत में भी कैंसर के मामलों में चिंताजनक वृद्धि हर साल देखी जा रही है। हालांकि कैंसर के इलाज को लेकर पिछले कुछ समय में काफी प्रगति हुई है, लेकिन इसके बावजूद भी यह बीमारी अब भी बड़ी चुनौतियों के रूप में सामने आती है। खासतौर पर प्रोस्टेट कैंसर, देशवासियों की चिंता ज्यादा बढ़ा रहा है। प्रोस्टेट कैंसर एक्सपर्ट डॉक्टर ऐश.के तिवारी ने हिंदुस्तान टाइम्स के समिट में इस कैंसर के बारे में खुलकर बात की है, जहां उन्होंने कैंसर के शुरुआती संकेतों और हेल्दी डाइट के बारे में बताया है।
क्या कहते हैं डॉक्टर?
डॉक्टर तिवारी बताते हैं कि पहले तक कैंसर को मौत की सजा माना जाता था, लेकिन अब-जब विज्ञान और मेडिकल साइंस, दोनों में इतनी प्रगति हो गई है, उसके बावजूद भी हर साल दुनिया भर में 18 मिलियन से अधिक कैंसर के मामले सामने आते हैं, और मृत्यु दर भी हर साल बढ़ जाती है। इसके अलावा, एक्सपर्ट बताते हैं कि भारत में प्रोस्टेट कैंसर कुछ समय पहले तक 11वें नंबर पर आने वाला एक कैंसर का एक प्रकार माना जाता था, लेकिन अब कैंसर का यह प्रकार तीसरे स्थान पर पहुंच चुका है। अगले10-20 सालों में देश में प्रोस्टेट कैंसर के मामलों की संख्या दोगुनी बढ़ सकती है।
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साथ ही डॉक्टर यह भी बताते हैं कि अन्य विकसित देशों की तुलना में भारत में इस बीमारी के प्रति जागरूकता और शुरुआती संकेतों की सुविधा की कमी है, जिसके कारण ज्यादा मौतें होती हैं। यह कैंसर पुरुषों को ज्यादा प्रभावित करता है, जिससे कई बार इन लोगों को फर्टिलिटी की समस्या का भी सामना करना पड़ता है।
प्रोस्टेट कैंसर के शुरुआती संकेत
हालांकि, डॉ. तिवारी कहते हैं कि प्रोस्टेट कैंसर के शुरुआती चरणों में कोई लक्षण दिखाई नहीं देते हैं, लेकिन नियमित जांच करवाना जरूरी है, खासतौर पर 45 वर्ष की आयु के पुरुषों को, तो नियमित PSA टेस्ट कराने की सलाह दी है। वहीं, अगर उनके परिवार में प्रोस्टेट कैंसर का पहले भी कोई मरीज हो, तो उन्हें 40 साल की आयु से ही इस टेस्ट की शुरुआत कर देनी चाहिए।
1. पेशाब की समस्या- अगर आपको पेशाब करते समय दर्द या जलन महसूस होती है, तो यह संकेत हो सकता है कि आपको कैंसर हो सकता है। पेशाब की धार कमजोर होना या रुक-रुक कर पेशाब आना,
खासकर रात के समय ज्यादा पेशाब आना।
2. पेट में दर्द- पेट के निचले हिस्से में दबाव महसूस होना, या यूरिनल एरिया में अकारण दबाव की भावना होना भी प्रोस्टेट कैंसर का संकेत है। पेशाब में खून आना भी सामान्य संकेत है।
3. पीठ, कूल्हों या जांघों में लगातार दर्द होना- यह दर्द कभी-कभी कैंसर के बढ़ने और हड्डियों तक फैलने का संकेत हो सकता है। साथ ही, प्राइवेट पार्ट में सूजन या कठोरता होना भी प्रोस्टेट कैंसर का लक्षण है।
4. वेट लॉस- अगर आपके शरीर का बिना किसी कारण अचानक वजन कम होने लगे, तो यह भी एक संकेत हो सकता है। इसके अलावा, अत्यधिक थकान या कमजोरी महसूस करना।
5. हड्डियों में दर्द- हड्डियों में दर्द होना, खासकर रीढ़ या कूल्हे के हिस्सों में। यह लक्षण कैंसर के हड्डियों तक में फैले होने का एक संकेत होता है।
प्रोस्टेट कैंसर से बचाव
- स्वस्थ आहार खाएं, सब्जियां और फलों को डाइट में शामिल करें। ओमेगा-3 के लिए मछली का सेवन करें। लो फैट फूड्स खाएं और साबुत अनाज का सेवन भी फायदेमंद होग।
- नियमित रूप से व्यायाम करें और शरीर को एक्टिव रखें।
- वेट मैनेज करें, ज्यादा वजन को बढ़ने ना दें।
- स्ट्रेस कम करें।
- धूम्रपान और शराब पीने से बचें।
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