Health Tips: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी सबसे बड़ी जरूरत बन गई है. ऐसे समय में कोई एक आयुर्वेदिक उत्पाद है जो आपके पूरे परिवार के स्वास्थ्य की सुरक्षा कर सकता है तो वह है पतंजलि च्यवनप्राश. यह प्रोडक्ट ऋषियों के प्राचीन ज्ञान और आधुनिक अनुसंधान के संगम से बनाया गया है. इसे बाबा रामदेव की हरिद्वारा स्थित पतंजलि कंपनी में बनाया जाता है. यह च्यवनप्राश 51 दुर्लभ जड़ी-बूटियों से तैयार किया गया है और पूरी टेस्टिंग के बाद उपभोक्ताओं तक पहुंचाया गया है.
पतंजलि च्यवनप्राश खाने के 5 प्रमुख फायदे
इम्यून सिस्टम को मजबूत करें- इस च्यवनप्राश में मौजूद आंवला, गिलोय और अश्वगंधा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं, जिससे बार-बार होने वाले सर्दी-जुकाम या संक्रमण से बचा जा सकता है.
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ऊर्जा और स्टैमिना बढ़ाएं- इसे खाने से आपको थकान, कमजोरी और आलस्य को दूर करने में मदद मिलती है.
स्मरण शक्ति बढ़ाएं- पतंजलि च्यवनप्राश रोजाना खाने से बच्चों और छात्रों का दिमाग तेज और एक्टिव होता है. इससे उनका माइंड शार्प होता है और चीजों को याद रखने में मदद मिलती है.
त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद- इस स्वादिष्ट मिश्रण में आंवला और अन्य हर्बल तत्व होते हैं जो शरीर को अंदर से डिटॉक्स करते हैं. इससे त्वचा साफ और बाल मजबूत होते हैं.
दिल और फेफड़ों की सेहत के लिए लाभकारी- इसका नियमित रूप से सेवन करने से सांस संबंधी समस्याओं और कमजोरी कम होती है. फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ने से आपको कई बीमारियों से भी बचने में मदद मिलती है.
पतंजलि च्यवनप्राश कब खाना चाहिए?
- इसे आप सुबह खाली पेट या नाश्ते के बाद 1 से 2 चम्मच खा सकते हैं.
- सर्दियों में इसे दिन में दो बार (सुबह और रात) को खाने से शरीर को ठंड से सुरक्षा मिलती है.
किसे जरूर खाना चाहिए पतंजलि च्यवनप्राश?
- बच्चे और विद्यार्थियों को.
- बुजुर्ग लोगों को.
- ऑफिस में काम करने वाले लोगों को ताकि उनका तनाव और थकावट कम हो सके.
- सर्दी-जुकाम या एलर्जी से परेशान लोगों को भी ये सुरक्षा प्रदान करता है.
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