Pancreatic Cancer: हमारे शरीर में पेनक्रियाज एक ऐसा अंग है, जो पाचन में हेल्प करता है और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है। पैंक्रियाटिक कैंसर के कारण पेनक्रियाज की सेल्स सही से काम नहीं कर पाती हैं और कैंसर सेल्स असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं। आपको बता दें, पैंक्रिएटिक कैंसर महिलाओं में आठवां सबसे आम कैंसर है। शुरुआती स्टेज में पैंक्रियाटिक कैंसर की पहचान करना काफी मुश्किल होता है, जिसकी वजह से इससे होने वाली मौतों की दर ज्यादा है। इसका उपचार सर्जरी, कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी के द्वारा किया जाता है।
आपको बता दें, पेनक्रियाज जिसे हम अग्न्याशय कहते हैं, वो पेट में लेफ्ट की ओर मौजूद छोटा सा अंग है। इसका काम कुछ पाचन एंजाइम और हार्मोन जारी करना होता है, जो लो ब्लड शुगर के लेवल (डायबिटीज पैदा करने वाली बीटा सेल्स) की मदद करते हैं। पेनक्रियाज के कैंसर के बारे में सबसे खराब बात यह है कि यह एक साइलेंट किलर है। इसके शुरुआती विकास के दौरान न तो कोई गांठ दिखती है और न ही पाचन से जुड़ी गड़बड़ी। Dwarkesh MultiSpeciality Hospital, Gujarat से Gynec Laparoscopy Health Expert Dr. Binal Shah ने पैंक्रिएटिक कैंसर के लक्षणों पर जानकारी दी-
पैंक्रियाटिक कैंसर के आम लक्षण
- पीलिया
- मतली
- उल्टी
- दस्त
- एनीमिया
- सूजन
- पेट में दर्द
- भूख की कमी
- ब्लोटिंग
- थकान और वजन कम होना
यह बीमारी अलग-अलग रिस्क फैक्टर की वजह से होती है। महिलाओं में ये कुछ खराब आदतों के कारण ही पैंक्रियाटिक कैंसर होता है।
पैनक्रियाटिक कैंसर के कारण
- स्मोकिंग
- डायबिटीज
- पेनक्रियाज की सूजन
- पेनक्रियाज के कैंसर की फैमिली हिस्ट्री
- मोटापा
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धूम्रपान
धूम्रपान पैंक्रियाटिक कैंसर का सबसे बड़ा रिस्क फैक्टर है। जो महिलाएं स्मोकिंग करती हैं, उनमें पैंक्रियाटिक कैंसर होने का जोखिम उन महिलाओं के मुकाबले 3 गुना ज्यादा होता है जो स्मोकिंग नहीं करती हैं।
ज्यादा शराब का सेवन
अधिक शराब का सेवन भी पैंक्रियाटिक कैंसर का कारण है। जो महिलाएं हर सप्ताह दो या दो से ज्यादा ड्रिंक्स का सेवन करती हैं, उनमें पैंक्रियाटिक कैंसर होने का जोखिम उन महिलाओं की तुलना में 2 गुना ज्यादा होता है, जो हर हफ्ते एक या उससे कम ड्रिंक्स का सेवन करती हैं।
अनहेल्दी डाइट
अनहेल्दी डाइट जिसमें बहुत ज्यादा फैट और कैलोरी होती है, इसके अलावा फाइबर व विटामिन बहुत कम होता है। उनमें भी पैंक्रियाटिक कैंसर एक रिस्क फैक्टर हो सकता है।
Disclaimer: इस लेख में बताई गई जानकारी और सुझाव को पाठक अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। News24 की ओर से किसी जानकारी और सूचना को लेकर कोई दावा नहीं किया जा रहा है।