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कैंसर पीड़ित महिलाओं की सर्जरी के बाद भी बढ़ेगी उम्र, AIIMS की रिसर्च में नया खुलासा

महिलाओं में सबसे खतरनाक बीमारी ओवेरियन कैंसर होती है। दिल्ली एम्स की नई स्टडी ने इससे पीड़ित महिलाओं के जीवन को बढ़ावा दिया है। नई रिसर्च में बताया गया है कि कैंसर से पीड़ित महिलाएं, यदि सर्जरी करवाती हैं, तो उनके जीवन के कुछ सालों में बढ़त हो सकती है।

Author Edited By : Namrata Mohanty Updated: Apr 15, 2025 11:29

कैंसर एक जानलेवा बीमारी होती है। महिलाओं में ओवेरियन कैंसर के मामले सबसे ज्यादा पाए जाते हैं। यह गंभीर प्रकार का कैंसर भी है, जो महिलाओं में मौत का एक कारण है। महिलाएं, जो ओवेरियन कैंसर से पीड़ित हैं, अगर वे सर्जरी के बाद लिम्फ नोड्स को रिमूव करवाती हैं, उनके जीवन के कुछ साल बढ़ सकते हैं। जी हां, एम्स की नई रिसर्च का यह दावा मरीजों के लिए राहत की खबर लाया है। बता दें कि कैंसर का यह प्रकार महिलाओं में होने वाला तीसरा बड़ा कैंसर का प्रकार है। इस कैंसर की शुरुआत अंडाशय से होकर धीरे-धीरे पेट के अंदर के हिस्सों में फैल जाती है। एडवांस स्टेज के मरीजों की स्थिति गंभीर हो जाती है, जिससे महिला की जान बचाना भी मुश्किल हो जाता है। आइए जानते हैं रिसर्च के बारे में।

क्या कहती है रिसर्च?

AIIMS के कैंसर सेंटर आइआरसीएच (IRCH, Instittute of Rotary Cancer Hospital) द्वारा किए गए अध्ययन में पाया गया है कि एडवांस स्टेज के कैंसर के मरीजों को सर्जरी के बाद पेल्विस एरिया के आस-पास की लिम्फ नोड्स को हटा देने से मरीजों की जान को बचाया जा सकता है। इससे उन्हें फायदा होगा और अपने जीवनकाल को 5 साल से अधिक बढ़ा सकते हैं। एम्स की यह रिसर्च जर्नल ऑफ इजिप्ट नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट में भी छपी है।

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अध्ययन कैसे हुआ?

दिल्ली एम्स कैंसर विभाग के ऑन्कोलॉजी प्रोफेसर डॉक्टर एमडी आर के मुताबिक, परिणाम बेहतर और फायदेमंद है लेकिन अभी इसका प्रयोग सभी मरीजों पर नहीं किया जा रहा है। कैंसर विभाग द्वारा 105 महिलाओं पर यह परीक्षण किया जा चुका है, जो सभी ओवेरियन कैंसर से पीड़ित हैं। इसमें महिलाओं की औसत उम्र 51 थीं। 65.7% महिलाएं थर्ड स्टेज कैंसर, 34.3% महिलाएं चौथे स्टेज के कैंसर से पीड़ित थी। 62% महिलाओं में लिम्फ नोड थे और 57.1% महिलाओं को पहले कीमोथेरेपी भी दी जा चुकी थी।

पॉजिटिव रिजल्ट ने दी राहत

डॉक्टर के मुताबिक, एडवांस स्टेज के मरीजों में लिम्फ नोड की सर्जरी के बाद पांच वर्ष अधिक जीवन काल बढ़ा। वहीं, कीमोथेरेपी के बाद सर्जरी करवाने वाली महिलाओं में यह नोड्स कम थी। दरअसल, लिम्फ नोड्स ऐसी नाजुक जगहों पर होती है कि डॉक्टर नसों के कटने के डर से इस प्रोसेस को करने से डरते हैं। मगर इस बार के अध्ययन ने स्वास्थ्य को बढ़ावा और जीवन को बढ़ावा देने के लिए इसे सफल माना है। लिम्फ नोड हटाना आसान नहीं है। इसकी प्रक्रिया को सही से न करना परिणामों को पलट भी सकता है।

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सर्जरी कैसे होगी?

लिम्फ नोड्स को रिमूव करने के लिए एक एफिशिएंट प्रोसेस को फॉलो किया जाएगा। इसमें पेट को 13 हिस्सों में बांटा जाएगा और नोडल कैंसर इंडेक्स को तैयार किया जाएगा। लिम्फ नोड्स मुख्य ब्लड वेसल्स से जुड़ी होती है, इसलिए सर्जरी सावधानीपूर्वक करनी जरूरी है नहीं तो सर्जन बेहतर तरीके से काम नहीं कर सकेगा।

क्या हैं लिम्फ नोड?

लिम्फ नोड हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम का अहम हिस्सा होते हैं, जो शरीर को कई प्रकार के संक्रमणों और बीमारियों से बचाता है। ये छोटे, बीज के आकार की ग्रंथियां होती हैं, जो लिम्फ नाम के द्रव (फ्लूइड) से भरी होती हैं। लिम्फ नोड्स शरीर के विभिन्न हिस्सों में होते हैं, जैसे गले, कांख, जांघों और अंडकोष के आस-पास। लिम्फ नोड्स के कार्यों में संक्रमण से सुरक्षा, एंटीबॉडी का उत्पादन और विभिन्न अंगों को फिल्टर करना आदि शामिल हैं।

ओवेरियन कैंसर कैसे होता है?

ओवेरियन कैंसर तब होता है, जब अंडाशय में अबनॉर्मल सेल्स अनियंत्रित तरीके से बढ़ती है और ट्यूमर का कारण बनती है। ट्यूमर के बाद यह शरीर के कई हिस्सों में फैल सकता है। वैसे तो 60 साल के बाद इस प्रकार के कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है, मगर आजकल यह हर उम्र की महिलाओं को भी होता है।

ओवेरियन कैंसर के संकेत

ग्राफिक की मदद से समझें-

ओवेरियन कैंसर से बचाव के उपाय

  • हेल्दी डाइट का सेवन करें।
  • रेगुलर जांच करवाएं।
  • एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन्स का सेवन करें।
  • हल्दी, ग्रीन टी, और अलसी के बीजों का सेवन करें।
  • रोजाना एक्सरसाइज करें।

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

 

First published on: Apr 15, 2025 11:03 AM

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