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सिगरेट से दूर रहने वाली महिलाओं में भी Lung Cancer के मामले तेज, WHO की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

No Smoking Day 2025: लंग कैंसर के बढ़ते मामले लोगों के बीच नई चिंता के रूप में उभर रही है। मगर क्या आप जानते हैं महिलाओं में इस बीमारी को लेकर एक नई बात सामने आई है कि WHO ने लंग कैंसर के मामलों के ऐसे मामले की संख्या ज्यादा देखी है, जिनमें वे सिगरेट नहीं पीती हैं। चलिए जानते हैं इस बारे में सब कुछ।

Author Edited By : Namrata Mohanty Updated: Mar 6, 2025 09:47

No Smoking Day 2025: कैंसर के मामले महिलाओं और पुरुषों, दोनों के बीच सामान्य है। कैंसर के कई प्रकार होते हैं, जिनमें से एक लंग कैंसर भी है। फेफड़ों के कैंसर को लेकर कहा जाता है कि इसका प्रमुख कारण धूम्रपान करना है। मगर क्या ऐसा मानना सही है? हर साल 12 मार्च को नो स्मोकिंग डे मनाया जाता है। यह दिवस यूके से शुरू हुआ एक हेल्थ अवेयरनेस डे है, जो धूम्रपान से दूरी बनाने, इसके नुकसानों और इससे बचाव के बारे में जागरूकता फैलाने का दिन है। स्मोकिंग से होने वाली सबसे आम बीमारी कैंसर है। मगर हर बार स्मोकिंग ही कैंसर का कारण होना सही नहीं है। WHO की एक रिपोर्ट बताती है कि महिलाओं में लंग कैंसर के मामलों में जो बढ़त देखी जा रही है, वह नॉन स्मोकर्स की है। यह एक चिंताजनक विषय है। आइए जानते हैं इस स्टडी के बारे में।

क्या कहती है स्टडी?

द लांसेट रेस्पिरेटरी की एक रिपोर्ट कहती है कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के कैंसर सेक्टर में लंग कैंसर के मामलों का एक डायग्नोसिस सामने आया है, जो बताता है कि लंग कैंसर महिलाओं में कितना सक्रिय है। मगर उससे भी ज्यादा विचार करने वाली बात यह है कि यह मामले सिगरेट न पीने वाली महिलाओं के बीच ज्यादा है। आंकड़े बताते हैं कि 45% नॉन स्मोकर्स मेल में लंग कैंसर पाया गया और महिलाओं में नॉन स्मोकर्स 60% थीं।

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लंग कैंसर के अन्य कारण क्या हो सकते हैं?

1. टॉक्सिन्स के संपर्क में रहना- महिलाओं में सिगरेट न पीने के बावजूद कैंसर के मामले बढ़ने का एक कारण अन्य रसायनों और धुंए का संर्पक हो सकता है, जो पर्यावरण में फैल रहा है। वायु प्रदूषण कैंसरकारी होता है।

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2. हार्मोनल चेंजेस- महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन के अलावा भी कुछ हार्मोन रिलीज होते हैं, जो फेफड़ों के कैंसर को बढ़ावा देते हैं। 2021 की एक स्टडी बताती है कि कैंसर प्रीमेनोपॉजल महिलाओं और पोस्टमेनोपॉजल महिलाओं में कैंसर होने का जोखिम ज्यादा रहता है।

No Smoking Day 2025

3. जेनेटिक्स- धूम्रपान न करने के अलावा फेफड़ों के कैंसर होने का एक कारण माता-पिता से विरासत में मिले कैंसर के सेल्स भी हो सकते हैं। कई बार हेरिडेटरी लंग कैंसर का इलाज करना भी संभव नहीं होता है।

4. लंग इंफेक्शन- अगर किसी को फेफड़ों से जुड़ी कोई अन्य बीमारी है, तो उसे भी लंग कैंसर होने की संभावनाएं रहती है। क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) के मरीजों को फेफड़ों का कैंसर हो सकता है।

5. वायरस- हालांकि, वायरस को लेकर कोई वैज्ञानिक पुष्टि नहीं हुई है लेकिन धूम्रपान न करने वाली महिलाओं के अंदर कुछ खास प्रकार के वायरस हो सकते हैं, जो कैंसर के सेल बनाने में मदद करते हैं।

लंग कैंसर के संकेत

  • लगातार खांसी होना।
  • सांस लेने में दिक्कत।
  • वजन कम होना।
  • थकान।
  • खांसी में खून दिखना।

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

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Namrata Mohanty

First published on: Mar 06, 2025 09:47 AM

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