MERS Covid Symptoms: जब भी हमें लगता है कि कोरोना चला गया है तो ये फिर ये किसी न किसी रूप में वापिस आ जाता है। पूरी दुनिया लंबे समय तक इस वायरस की चपेट में रही है, लेकिन हाल फिलहाल विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) सऊदी अरब में अब मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम कोरोना वायरस (MERS-CoV) का एक मामले की पुष्टि की है। ये मामले 10 से 17 अप्रैल के बीच हुए, जिनमें से एक की मौत हो गई। सभी तीन व्यक्ति पुरुष थे, जिनकी उम्र 56 से 60 के बीच थी और उन्हें पहले से ही सेहत से जुड़ी समस्याएं थीं।
इससे 2024 में सऊदी अरब द्वारा रिपोर्ट किए गए एमईआरएस मामलों की कुल संख्या दो मौतों के साथ चार हो गई हैं। डॉ. सैयद अब्दुल अलीम, सलाहकार- पल्मोनोलॉजी, केयर हॉस्पिटल्स, मुशीराबाद, हैदराबाद के अनुसार, MERS-CoV (Middle East Respiratory Syndrome Coronavirus) एक वायरल सांस की बीमारी है जो कोरोनावायरस के MERS स्ट्रेन के कारण होती है।
MERS के संकेत और लक्षण
एमईआरएस के लक्षण और कोविड -19 के समान हैं और इसमें बुखार, खांसी और सांस की तकलीफ शामिल है। हालांकि, MERS-CoV संक्रमण गंभीर सांस की बीमारी में बदल सकता है, जिससे निमोनिया और एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस (Acute Respiratory Distress Syndrome) हो सकता है।
कुछ लोगों को डायरिया जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण भी महसूस हो सकते हैं। एमईआरएस के लक्षण आम तौर पर रेगुलर कोविड -19 की तुलना में ज्यादा गंभीर होते हैं और मृत्यु दर ज्यादा होती है।
कैसे पता चलेगा कि इससे खतरा है?
MERS-CoV जानवरों से मनुष्यों में ट्रांसमिट हो सकता है, जिसका मतलब है कि यह ज़ूनोटिक है। कुछ लोगों को MERS-CoV होने का खतरा ज्यादा हो सकता है, खासकर उन्हें, जो ऊंटों के संपर्क में हैं या उन क्षेत्रों में रहते हैं जहां MERS-CoV लोकल है।
डायबिटीज, फेफड़ों की बीमारी, या कम इम्यूनिटी वाले लोगों को भी MERS-CoV से संक्रमित होने पर गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ सकता है। हालांकि, COVID-19 के विपरीत, जो एक से दूसरे में आसानी से फैल सकता है, MERS-CoV का ट्रांसमिशन मुख्य रूप से ऊंटों से मनुष्यों में होता है और ह्यूमन-टू-ह्यूमन में ट्रांसमिशन लिमिटेड है।
MERS, COVID से किस प्रकार अलग है?
MERS-CoV कई मायनों में COVID-19 के रेगुलर स्ट्रेन से अलग है। डॉ. अलीम ने बताया कि हालांकि वे दोनों कोरोना वायरस हैं और सांस से जुड़ी बीमारी का कारण बन सकते हैं। एमईआरएस ज्यादा गंभीर होता है और मृत्यु दर अधिक होती है, लेकिन यह कोविड-19 की तुलना में कम संक्रामक है।ऊंटों को मनुष्यों में MERS-CoV संक्रमण का पहला सोर्स माना जाता है और ऊंटों के बीच वायरस का ट्रांसमिशन जारी है।
कैसे मैनेज करें?
MERS-CoV संक्रमण को मैनेज करने में के लिए प्रॉपर केयर शामिल है। इस बीमारी वाले मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने और सप्लीमेंट ऑक्सीजन थेरेपी और मैकेनिकल वेंटिलेशन जैसे उपायों की जरूरत हो सकती है।
फिलहाल में एमईआरएस के लिए कोई एंटी वायरल उपचार नहीं है। हालांकि, कुछ मामलों में रोकथाम के उपायों में ऊंटों के संपर्क से बचना, अच्छे से हाथ की सफाई करना और बीमार लोगों के संपर्क से बचाव जरूरी है।
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