Mangosteen Benefits: फल खाने से शरीर को फाइबर और हेल्दी न्यूट्रिएंट्स मिलते हैं। हालांकि, हमारे यहां फलों की अहमियत बहुत है लेकिन इनको लेकर एक धारणा भी बनाई गई है कि फल या तो बीमार खाते हैं या फिर उपवास में खाते हैं। कोरोना काल के बाद से ही लोगों में फलों की अहमियत बढ़ गई है, उस दौरान संतरे, केले और सेब जैसे फलों को सुपरफ्रूट्स बना दिया गया था। उन दिनों एक और फल ने दुनियाभर में वाहवाही बटोरी, इस फल का नाम है मैंगोस्टीन। Mangosteen, जिसे गार्सिनिया मैंगोस्टाना नाम से भी जाना जाता है। इसका रंग लाल और बैंगनी होता है। यह फल भी अपने सेहतमंद गुणों के लिए जाना जाता है। इस फल की पैदावार साउथ एशिया में हुई थी।
मैंगोस्टीन खाने के 7 फायदे
इस फल के पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें 35.1 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है, 3.53 ग्राम डाइटरी फाइबर, 20 ग्राम कैल्शियम, 94.1 ग्राम पोटेशियम और 5.68 ग्राम विटामिन-सी होता है। इससे यह साफ जाहिर होता है कि यह फल वाकई में सेहत का खजाना है।
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1. इम्यूनिटी- यह फल विटामिन-सी का भरपूर सोर्स है। इसके एक फल में इतना विटामिन-सी है कि अगर रोज एक पीस खाया जाए तो इंसान की रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो सकती है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स भी पाए जाते हैं, जो आपकी इम्यूनिटी के लिए जरूरी होते हैं।
2. हार्ट हेल्थ- इस फल में प्रोटीन, कैल्शियम और फाइबर की मात्रा भी ज्यादा है। रोजाना इस फल को खाने से बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है और शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है। इसलिए, यह फल हृदय रोगों को भी कम करने में मदद करता है।
3. अस्थमा- मैंगोस्टीन फल अस्थमा के मरीजों के लिए भी वरदान है। इस फ्रूट में एग्जानथोन्स नामक प्रॉपर्टी होती है, जो शरीर में सूजन कम करती है। इसके नियमित सेवन से अस्थमा को भी मात दी जा सकती है।
4. वेट लॉस- जो लोग वजन कम करना चाहते हैं वे भी अपनी डाइट में इस फल को शामिल कर सकते हैं। इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है, दूसरी ओर फाइबर अत्यधिक मात्रा में पाया जाता है। फाइबर से आपको भूख कम लगेगी, जिससे आप बार-बार खाने से बचेंगे।
5. स्किन हेल्थ- आपकी त्वचा के लिए भी यह फल अच्छा है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। यह फल ऑक्सीडेटिव डैमेज को भी कम करता है। मैंगोस्टीन के रोजाना सेवन से एंटी-एजिंग के लक्षणों को भी कम किया जा सकता है।
6. डायबिटीज- इस फल को खाने से ब्लड शुगर की मात्रा को भी नियंत्रित किया जा सकता है। मैंगोस्टीना में जैंथोन नामक तत्व भी होता है। फाइबर और जैंथोन, दोनों मिलकर इसे डायबिटिक लोगों के लिए सुपरफ्रूट बना देते हैं।
7. ब्रेन हेल्थ- मैंगोस्टीन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और जैंथोन तत्व दिमाग की कार्यक्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। इस फल को खाने से तनाव में कमी होती है। इसके अलावा, यह फल मूड स्विंग्स की समस्या को भी दूर करने में मदद करता है।
कैसे खाएं यह फल?
इस फल का लाइफटाइम कम होता है। यह फल जून से अगस्त महीने के बीच ही मिलता है। इसलिए, कुछ लोग इसे उस समय खाते हैं, साथ ही कुछ लोग सूखाकर स्टोर कर लेते हैं। इस फल को सूखाकर पाउडर भी बनाया जाता है ताकि पानी में मिलाकर एक ड्रिंक की तरह भी फल खाया जा सके।
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